बीजोपचार से फसलोत्पादन का नुकसान कम होगा

बीजोपचार से फसलोत्पादन का नुकसान कम होगा

 खरीफ का मौसम प्रारम्भ हो गया है और किसानों की व्यस्तता बढ़ गई है। पिछले वर्षों की भांति किसान किसी प्रकार खेती के प्रमुख निवेशों, जैसे बीज, खाद, पानी, कृषि यंत्रों आदि की व्यवस्था कर पाए हैं ताकि समय से फसल की बुआई हो जाए।
इतनी मेहनत करने के बावजूद अच्छी उपज की सुनिश्चितता तय कर पाना उनके लिए असंभव प्रतीत होता है। फसलों के रोग और कीड़े अनुकूल मौसम पाने पर भारी नुकसान करते हैं और किसान की सारी मेहनत पर पानी फेर देते हैं। ऐसे में आवश्यक है कि उन बिन्दुओं पर ध्यान दिया जाय जहां कम मेहनत, कम पैसा तथा कम समय में इन शत्रुजीवों से फसल को बचाना संभव हो सके। बीज उपचार एक ऐसा मंत्र

मूंग की खेती करनेसे बढ़ती है भूमि की उर्वरा शक्ति

मूंग की खेती करनेसे बढ़ती है भूमि की उर्वरा शक्ति

 मूंग की खेती करने से खेतों की उर्वरा शक्ति बढ़ जाती है । इसीके चलते हरियाणा में पानीपत जिले के कृषि विभाग ने मूंग की बिजाई काने का बीड़ा उठा है । विभाग किसानों को बीज, खाद और खरपतवारनाशक देगा, ताकि अधिक से अधिक किसान मूंग की बिजाई कर सकें। मूंग की फसल लेने से भूमि का स्वास्थ्य बेहतर होगा और किसानों की आमदनी भी बढ़ेगी।

 

 

किसान कर रहे हैदराबादी और जोगिंदर जिमीकंद की खेती

जिमीकंद की खेती

कृषि महाविद्यालय में प्रयोग के बाद पहली बार बिलासपुर जिले के ग्राम गोदइयां के किसान बड़े पैमाने पर हैदराबादी और गजेंदर जिमीकंद की खेती कर रहे हैं। इस जिमीकंद की खेती छत्तीसगढ़ के सिर्फ बस्तर में होती है। बाजार में अन्य जिमीकंद से इसका भाव अधिक होता है।

पूरे देश में हैदराबादी और गजेंदर जिमीकंद दो ऐसे वेराइटी हैं, जिसमें अम्ल की मात्रा अधिक और क्षार नहीं के बराबर होती है। इसलिए इसमें खुजलाहट जरा भी नहीं होती। लोग सब्जियों के अलावा सामान्य खाने में भी इसका उपयोग कर सकते हैं। औषधि के रूप में भी इसका उपयोग किया जाता है।

जिमीकंद की बुवाई मई तक पूरी कर लें

जिमीकंद की बुवाई  मई तक पूरी कर लें

जिमीकन्द अपने औषधीय एवं भोज्य गुणों के कारण जाना जाता है। पूर्वी उत्तर प्रदेश में इसकी खेती छोटे स्तर पर घरों के आसपास पेड़ों की छाया में की जाती है। इसके औषधीय गुणों की वजह से मांग बढऩे की वजह से इसकी खेती व्यावसायिक रूप लेने लगी है। इसकी खेती को अपनाने के इच्छुक किसान मार्च से मई तक इसकी बोआई पूरी कर लें।

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