इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय किसान मेला शुरु

इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय में  तीन दिवसीय किसान मेला शुरु

इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय में मंगलवार से तीन दिवसीय किसान मेले की शुरुआत हुई। गुजरात, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के हजारों किसानों ने इस सम्मेलन में शिरकत की। पहले दिन सदाबहार क्रांति एवं खाद्यान्न सुरक्षा पर राज्य सहकारी बैंक के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मुख्य वक्ता दिलीप संघानी ने कहा कि कुछ वर्षों से किसान ने फसल के क्षेत्र में अनेक नवाचार स्वयं से विकसित कि ए हैं, जो काफी सराहनीय है। लेकिन अब समय के साथ चलकर विकास की गति को बढ़ाना होगा। किसान को बैंकिंग का लाभ लेना चाहिए। इससे ही किसानी के क्षेत्र में समृद्दता आएगी और देश का विकास होगा। श्वेत क्रांति व पशुपालन विषय पर कामधेनु विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. यूके मिश्रा ने कहा कि भारत हमेशा से पशुपालन करता आ रहा है। कृषि के क्षेत्र में सबसे वफादार और बहुपयोगी साथी पशु ही हैं, इसलिए आज समय आ गया है कि पशुपालन कर आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाए। वहीं नीली क्रांति विषय पर डॉ. एचके वरड़िया ने कहा कि मत्स्य व्यवसाय काफी लाभकारी सौदा है। छत्तीसगढ़ में भी इस व्यवसाय की अपार संभावनाएं नजर आती हैं। किसान सम्मेलन में दूसरे राज्यों से पहुंचे हजारों किसान तीन दिन तक कृषि के क्षेत्र में विकसित किए गए नवाचार के बारे में एक-दूसरे को जानकारी देंगे। श्योनक से पीलिया व कुटज के सेवन से पथरी दूर किसान सम्मेलन में अनेक राज्यों का स्टॉल लगाया गया है। इसमें सब्जी, फल, फसल, कृषि तकनीक, जैविक खाद, मत्स्य पालन और पशुपालन की विस्तृत जानकारी के लिए प्रदर्शनी लगाई गई है। सबसे ज्यादा भीड़ बस्तर के औषधिय पौधों के स्टॉल में देखने को मिल रही है। यहां अनेक बीमारियों से निपटने के लिए सस्ते दामों में जड़ी-बूटी की बिक्री की जा रही है। जैसे श्योनक से पीलिया और मलेरिया जैसी खतरनाक बीमारी का इलाज संभव है। पाटला से सर्पदंश, कुटज से कुष्ठ व पथरी का इलाज ठीक हो सकता है। काला सफेद गुंज से पक्षघात व गठिया के दर्द से राहत मिल सकती है। बैचांदी से यौवन रोग व बिदारी कंड जैसे जड़ी-बूटी के सेवन से मासिक धर्म की बीमारी का इलाज संभव है। सोमल मसूली से कफ व पित्तनाशक तथा सरपोंका नामक जड़ी के सेवन से दांत मजबूत होते है। 108 किसानों को पुरस्कार देने की शुरुआत कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने मंगलवार को किसान सम्मेलन कार्यक्रम में राज्य शासन के कृषि विभाग की किसान फैलोशिप सम्मान योजना के तहत वर्ष 2016 के लिए चयनित 108 किसानों को पुरस्कार देने की शुरुआत की। यह योजना विवि द्वारा संचालित की जा रही है। अग्रवाल ने फैलोशिप सम्मान के लिए चुने गए आठ किसानों को प्रशंसा पत्र और चेक प्रदान किए। इस अवसर पर सहकारिता मंत्री दयालदास बघेल, महिला एवं बाल विकास मंत्री रमशीला साहू, कृषि विभाग के संसदीय सचिव तोखन लाल साहू, राज्य सहकारी बैंक के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्याम जाजू, छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी बैंक के अध्यक्ष अशोक बजाज, छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी विपणन संघ के अध्यक्ष राधाकृष्ण गुप्ता, विवि के कुलपति डॉ. एसके पाटिल भी उपस्थित थे। साभार नई दुनिया जागरण