राइजोबियम जीवाणु कल्चर एवं उपयोगिता

राइजोबियम कल्चर 'राइजोबियम' नामक जीवाणुओं का एक संग्रह है जिसमें हवा से नेत्रजन प्राप्त करने वाले जीवाणु काफी संखया में मौजूद रहते है,  जैसा कि आप जानतें है कि सभी दलहनी फसलों की जड़ों में छोटी-छोटी  गांठें पायी जाती है । जिसमें राइजोबियम नामक जीवाणु पाये जाते हैं । ये जीवाणु हवा से नेत्रजन लेकर पौधों को खाद्य के रूप में प्रदान करते हैं । इस कल्चर का प्रयोग सभी प्रकार के दलहनी फसलों में किया जाता है ।

राइजोबियम कल्चर के प्रयोग से पौधों को नेत्रजन वायुमंडल से प्राप्त होता है । इसके प्रयोग से उपज में 10 से 15 प्रतिशत तक की वृद्धि होती है । भूमि की उर्वरता में विकास होता है । दलहनी फसल के बाद अन्य दूसरी फसलों को भी नेत्रजन प्राप्त होता है । इस जीवाणु खाद (कल्चर) के प्रयोग करने से लगभग 90 से 110 किलोग्राम नेत्रजन प्रति हेक्टर प्रति वर्ष मिलता है । जो कि 450 - 550 किलो अमोनियम सल्फेट या 200 से 245 किलो गा्रम यूरिया के बराबर है । या दूसरे शब्दों में 200 से 245 किलो ग्राम रासायनिक उर्वरक की बचत होती है ।

 

बीज उपचारित करने की विधि :-

1.  बोने से पूर्व बीज को साफ पानी से घोकर सुखा लें ।

2.  बीज उपचारित करने से पहले 100 ग्राम गुड़ आधा लीटर पानी में डालकर पन्द्रह मिनट तक उबालें । यदि गुड़ न हो तो गोंद या माड़ का भी प्रयोग किया जा सकता है ।

3.  घोल को अच्छी तरह ठण्डा होने पर इस घोल में एक पैकेट राइजोबियम जीवाणु कल्चर का घोल डालें, और अच्छी तरह कल्चर को घोल में मिलायें ।

4.आधा एकड़ के लिए प्रयाप्त बीज को कल्चर के घोल में डालकर साफ हाथों से अच्छी तरह मिला दें ।