मिली बग

मिली बग (Mealy bug)

वैज्ञानिक नाम : राइपरसीया ओराइजी ( Ripersia oryzae Green)

पहचान:

बारिस बाहुल्य क्षेत्र में ये सामान्तया पाए जाते है. मिली बग एक समूह में तने और पत्तियों के बीच पाए जाते है.           

क्षति की प्रकृति:

निम्फ्स और वयस्क तने के रस को चूसते है. संक्रमित पौधों की वृद्धि रुक  जाती है और वो झुलसे हुए प्रतीत होते है.यह हल्के रंग का अंडाकार आकार वाला 5 सेमी0 लंबाई का कीट है, जो सफेद चूर्णी आवरण से ढ़का होता है। यह समूह में होते हैं व पान के पत्तों के निचले भाग में अण्डे देता है, जिस पर उनका जीवन चक्र चलता है। इनका सर्वाधिक प्रकोप वर्षाकाल में होता है। इससे पान के फसल को काफी नुकसान होता है। अत्यधिक मात्रा  में संक्रमण होने पर बालीयों का निकलना बंद हो जाता है यहाँ तक की पौधे सुख जाते है. चींटिया मिली बग के फैलाव का मुख्य कारण होती है, ये इनका प्रसार असंक्रमित पौधों तक कर  देतीं है.

मिली बग- की समस्या का जैविक नियंत्रण

मिली बग की प्रजातियो मे फेरेसिया वरगाटा (धारीदार मिली बग), स्यूडोकोकस लोन्गिसपिनस (लंबी पूंछ वाला मिली बग), प्लानोकोकस सिट्री (नीबूवर्गीय मिलीबग), फिनाकोकस सोलेनी (बैगन मिली बग), सेकेरीकोकस सेकेराई (गुलाबी गन्ना मिली बग), डाईस्मीकोकस ब्रिवीपेस (अनानास मिली बग), मेकोनेलीकोकस हिरसुटस (गुलाबी मिली बग), फिनाकोकस सोलनोप्सिस ( सोलनोप्सिस मिली बग), डासिचा मैंगीफेरी (आम मिली बग) आदि प्रमुख रूप से आते है।