फरवरी माह के खेती के प्रमुख कार्य

बौने गेहूं में उर्वरक की आखरी मात्रा देकर सिंचाई करते हैं।
सूर्यमुखी के खेत से खर पतवारों को हटा कर मिट्टी चढ़ाई जाती है।
गन्ने के स्वस्थ बीज का चुनाव कर बीजोपचार किया जाता है।
बरसीम घास की कटाई 20 से 25 दिनों के अन्तर में की जाती है।
बरसीम, चटी के लिये मक्का, ज्वार, लोबिया और मक्का मिलाकर बोते हैं।
सरसों, अलसी को काट लिया जाता है, नहीं तो ज्यादा पक जायेगा और बीज छिटकने लगेंगे।
और लहसुन के खेतों में गुड़ाई करने के बाद मिट्टी चढ़ाते हैं।
आलू की खुदाई करते हैं। जाड़े के फूलों के बीज एकत्र करते हैं। गर्मियों के फलों के बीजों की बुवाई की जाती है।