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बटन मशरूम के लिए कम्‍पोस्‍ट खाद कैसे बनाएं

साधारण विधि से कम्‍पोस्‍ट बनाने की तकनीक (Simple method of making compost)

साधारण विधि से कम्‍पोस्‍ट बनाने में 20 से 25 दिन का समय लगता है 

100 सेंमी लम्‍बी, 50 सेंमी चौडी तथा 15 सेंमी ऊची 15 पेटियों के लिए इस विधि से कम्‍पेस्‍ट बनाने के लिए सामग्री:

बटन मशरूम कैसे उगायें

भारत में खुम्‍बी उत्‍पादकों के दो समुह हैं एक जो केवल मौसम में ही इसकी खेती करते हैं तथा दूसरे जो सारे साल मशरूम उगाते हैं। मौसमी खेती मुख्‍यत: हिमाचल प्रदेश, जम्‍मू-कशमीर, उत्‍तर प्रदेश की पहाडीयों, उत्‍तर-पश्चिमी पहाडी क्षेत्रों , तमिलनाडु के पहाडी भागों में 2-3 फसलों के लिए तथा उत्‍तर पश्चिमी समतल क्षेत्रो में केवल जाडे की फसल के रूप में की जाती है। पूरे साल खुम्‍बी की खेती सारे देश में की जाती है। चंडीगढ, देहरादून, गुडगावा, उंटी, पूना, चेनई तथा गोवा के आसपास 200 से 5000 टन प्रतिवर्ष खुम्‍बी उगाने वाली निर्यातोन्‍मुखी ईकाठयां लगी हुई है। 

मशरूम उत्पादन...गांव में खेती, शहर में कमाई

लोगों के खाने की थाली में मशरूम ने एक खास जगह बना ली है। छोटे से गांव की रसोई से लेकर फाइव स्टार होटल के मेन्यू तक में मशरूम की पहुंच बन गई है। लेकिन जिस अनुपात में मशरूम की मांग है, उस अनुपात में देश में इसका उत्पादन नहीं हो पा रहा है। ऐसे में मशरूम उत्पादन कर आप अपने स्वरोजगार को बढ़ाने के साथ-साथ बेहतर कमाई भी कर सकते हैं।

शिमला मिर्च की जैविक खेती

भूमि :-

शिमला मिर्च के लिए अच्छी उपजाऊ जमीन जिसमे जीवांश कि मात्रा अधिक हो आवश्यक होती  है भूमि कि प्रकृति  बलुई दोमट होनी चाहिए इस प्रकार से चुनी हुई जमीन कि ३-४ बार अच्छी तरह से खुदाई करके मिटटी को अच्छी प्रकार से तैयार कर लिया जाता है  |

जलवायु :- 

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