दलीय प्रतिबद्धता से उठकर एक प्रयास 'अन्नदाता' के लिए...
राष्ट्रीय किसान सभा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक गांधी शांति प्रतिष्ठान, नई दिल्ली में सम्पन्न हुई। जिसमें "कृषि और किसान" विषय पर गोष्ठी हुई और प्रस्ताव पास किया गया।
कार्यकारिणी ने अपने प्रस्ताव में कृषि के लिए अलग से कृषि बजट बनाने, कृषि आयोग गठन करने, किसानों को कृषि कार्य के लिए १ वर्ष के लिए 0% ब्याज पर कृषि ॠण उपलब्ध कराने, ६० वर्ष से ऊपर आयु के किसानों को पेन्शन देने, कृषि का लाभकारी मूल्य देने, तथा फूड प्रोसेसिंग यूनिट ब्लॉक लेवल पर स्थापित करने, कृषि उत्पादन का भण्डारण के लिए ब्लॉक लेवल पर भण्डारण ग्रह बनाने सम्बन्धी मांग की है।
राष्ट्रीय कार्यकारिणी में उत्तर प्रदेश, पश्चिमी बंगाल, उड़ीसा, बिहार, त्रिपुरा समेत देश के अनेक भागों से प्रतिनिधि सम्मिलित हुए।
स्वामी सहजानन्द जी की चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की गई उनके दिए गए विचारों को समसामयिक बताया गया। वक्ताओं ने राजसत्ता के संचालन में किसानों और मजदूरों के दखल को अनिवार्य बताया। और स्वामी जी के वैचारिक अभियान को एक संगठित स्वरूप देने के वैचारिक अभियान को एक संगठित स्वरूप देने के लिए राष्ट्रीय किसान सभा को अखिल भारतीय स्वरूप देने का निर्णय लिया है।
कार्यक्रम को पूर्व मंत्री बालेश्वर त्यागी, साहित्यकार राघव शरण शर्मा. संजय पासवान ( पूर्व केन्द्रीय मंत्री), अवधेश कुमार (वरिष्ट पत्रकार एवं चिंतक), डॉ. मृत्युँजय राय आदि ने सम्बोधित किया। कार्यक्रम का संचालन बिटिया फाउंडेशन के प्रबंध न्यासी राजीव रंजन राय ने किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व एम एल सी श्री रामाशीष राय ने किया।
IBNKHABAR