श्री विधि

श्री विधि से खेती में बढ़ती है धान की पैदावार

आधुनिक और उन्नत तरीके से श्री विधि द्वारा धान की खेती, के अंतर्गत बिचड़ा खेत की सूखे में 2 या 3 बार जुताई की जाती है जिससे मिटटी नम हो जाती है और घास तथा कीड़े खत्म हो जाते हैं. इस मिटटी में करीब 50 किलो सड़ा हुआ गोबर या भरमी कम्पोस्ट मिला दिया जाता है. वर्षा होने पर खेत को 2 या 3 बार जोत दिया जाता है और अंतिम जोताई में 2 किलो यूरिया, 4 किलो डी.ए.पी.