बाजरे की खेती

बरसात कम होने पर करें बाजरे की खेती

बरसात कम होने पर करें बाजरे की खेती

कम बारिश होने की स्थिति में किसान चिंतित होने की बजाय बाजरे की खेती करें तो कम लागत में अधिक फायदा मिल सकता है। यह कहना है राब‌र्ट्सगंज ब्लाक के अतरवा गांव निवासी प्रगतिशील किसान रामचंद्र पटेल का।

बताया कि इस वर्ष बारिश कम हुई है। इस स्थिति में किसान बाजरा की खेती कर धान की कमी को पूरा कर सकते हैं। यह इसलिए भी फायदे मंद है कि बाजरा की फसल काट कर खेत में गेहूं की बोआई की जा सकती है। बाजरे का डंठल पशुओं के चारे के लिए भी प्रयोग में आता है।

बोआई का उपयुक्त समय 15 अगस्त तक तथा उन्नतिशील प्रजाति- पूसा 322 व 323 है।