मजदूरी
किसी व्यक्ति द्वारा कुछ काम करने के बदले, काम कराने वाला व्यक्ति उसे जो कुछ (रूपया-पैसा, अनाज, या श्रम) देता है उसे मजदूरी या मजूरी कहते हैं। मजदूरी की गणना प्रति दिन, प्रति घण्टा, या प्रति काम के अनुसार की जाती है (जैसा पहले से तय होता है
किसानों का वेतन आयोग कब आएगा ?
Submitted by Aksh on 2 February, 2016 - 18:00देश में नौकर शाही वर्ग के लिए सांतवा वेतन आयोग की सिफारिश हो गई जो की देश की जनसँख्या के 7 से 12 प्रतिशत है लेकिन किसानो के लिए किसी सरकार द्वारा किसी आयोग की व्यवस्था नही की जिनकी संख्या देश 60 से 70 प्रतिशत है किसान देश की अर्थव्यवस्था में भी 70 प्रतिशत हिस्से दारी रखते है फिर भी प्रत्येक सरकार द्वारा उपेक्षित हैं क्यों ?
मैं पूछता हूँ सभी सरकारी तंत्र से कि नौकरशाही की तरह किसानों की कोई व्यवस्था क्यों नही है प्रतिवर्ष किसानों को भी वृद्दि चाहिए
परन्तु ऐसा नही हो रहा है किसानो के उत्पादन के मूल्य जस के तस है बाकी सभी वस्तुओं के मूल्य में लगातार वृद्धि हो रही है