जैविक कृषि सुरक्षा

धान की खेती में नया प्रकोप रेडबर्म एवं उपचार

धान फसल में अब ब्लास्ट रोग के बाद रेडबर्म (कीट) का प्रकोप हो गया है। रेडबर्म के फसल में लगने से पौध सूखकर नष्ट हो रही है। इससे किसानों की चिंता बढ़ गई है। किसान कृषि वैज्ञानिकों की सलाह अनुसार दवाईयां भी खरीदकर छिड़काव कर रहे है,लेकिन इसका असर रोग पर कतई होता नजर नहीं आ रहा है। यह कीट केचुएं के समान होता है जो पौध की जड़ से लगना शुरू होता है। कीट के लगने के बाद पौधे सूखने लगती है और खत्म हो जाती है। किसानों ने धान फसल में लगे इस कीट को मारने के लिए कई तरीके अपनाएं लेकिन, एक भी तरीका सफल नहीं हुआ। 

उपाय

सब्जियों में वायरल का अटैक एवं उपचार

सब्जियों में वायरल का अटैक एवं उपचार

मौसम खरीफ फसलों के अलावा हरी सब्जियां भी बर्बाद होने की स्थित में पहुंच गई हैं। रात में उमस भरी गर्मी और दिन में तेज धूप हो रही है, जिससे हरी सब्जी की फसलों पर कीटाणुओं और वायरल अटैक शुरू हो गया है। इससे टमाटर, बैंगन, मिर्च, लौकी, परवल और भिंडी समेत अन्य हरी सब्जियां प्रभावित हो रही हैं। अल्प वर्षा के कारण इन फसलों की बाढ़ भी रुक गई है। कीटाणुओं के प्रकोप से मुर्रा, फलछेदक, समरछेदक जैसे अनेक रोग लग रहे हैं, जिससे सब्जी उत्पादन पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है।

किसानों की नई मुसीबत सोयाबीन और मूंग के बाद अब धान में लगा रोग

  धान में लगा ब्लास्ट रोग

किसानों की किस्मत में शायद  इश्वर ख़ुशी का  नाम लिखना भूल गया  है। फसलों में एक के बाद एक रोग लग रहे है। सोयाबीन और मूंग की फसल रोगग्रस्त होने के बाद अब धान की फसल में भी रोग लग गया है। इस नए  रोग का नाम ब्लास्ट है।

लक्षण :  इस रोग में धान की पौध धीरे-धीरे लाल रंग में परिवर्तित हो जाती है और फसल की उत्पादन क्षमता घटाते हुए उसे खत्म करने का काम करती है।

धान के प्रमुख रोग

1. भूरी चित्ती रोग(Brown Spot)

यह रोग देश के लगभग सभी हिस्सों मे फैली हुई है, खासकर पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, आन्ध्र प्रदेश, तमिलनाडु इत्यादि।  उत्तर बिहार का यह प्रमुख रोग है। यह एक बीजजनित रोग है।

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