अब के वरस जम के बरसेगा सावन
अनुमान है कि 2016 में मॉनसून का प्रदर्शन बेहतर होगा। चार माह की मॉनसून अवधि में सामान्य से अधिक लगभग 105% बारिश दर्ज की जाएगी। इसमें 4% की कमी या बेसी का अनुमान है। स्काइमेट द्वारा आज जारी किए गए दीर्घावधि मॉनसून पूर्वानुमान के अनुसार 887 मिलीमीटर बारिश होने की संभावना है।
स्काइमेट वेदर के मुताबिक जून, जुलाई, अगस्त व सितंबर में कुल मॉनसूनी बारिश की संभावना इस प्रकार है:
• 20% संभावना अत्यधिक बारिश की है (मॉनसून में 110% से अधिक वर्षा को अत्यधिक माना जाता है)।
• 35% संभावना सामान्य से अधिक बारिश की है (मॉनसून में 105% से 110% वर्षा को सामान्य से अधिक माना जाता है)।
• 30% संभावना सामान्य बारिश की है (मॉनसून में 96% से 104% वर्षा को सामान्य माना जाता है)।
• 10% संभावना सामान्य से कम बारिश की है (मॉनसून में 90% से 95% बारिश होने पर सामान्य से कम बारिश माना जाता है)।
• 5% संभावना सूखे की है (मॉनसून में 90% से कम बारिश होने पर सूखा माना जाता है)।
माहवार वर्षा की संभावना का विवरण इस प्रकार है:
जून- सामान्य की 90% बारिश हो सकती है (जून में औसतन 164 मिमी वर्षा होती है)
• 50% संभावना सामान्य बारिश की है।
• 20% संभावना सामान्य से अधिक बारिश की है।
• 30% संभावना सामान्य से कम बारिश की है।
जुलाई– सामान्य की 105% बारिश हो सकती है (जुलाई में औसतन 289 मिमी वर्षा होती है)
• 60% संभावना सामान्य बारिश की है।
• 25% संभावना सामान्य से अधिक बारिश की है।
• 15% संभावना सामान्य से कम बारिश की है।
अगस्त–सामान्य की 108% बारिश हो सकती है (अगस्त में औसतन 261 मिमी वर्षा होती है)
• 60% संभावना सामान्य बारिश की है
• 30% संभावना सामान्य से अधिक बारिश की है
• 10% संभावना सामान्य से कम बारिश की है
सितम्बर–सामान्य की 115% बारिश हो सकती है (सितम्बर में औसतन 173 मिमी वर्षा होती है)
• 50% संभावना सामान्य बारिश की है
• 40% संभावना सामान्य से अधिक बारिश की है
• 10% संभावना सामान्य से कम बारिश की है
साभार स्काइमेट