डायनासोर के समान इंसान भी विलुप्त हो जाएंगे : अमित बमोरिया
खेती में कीटनाशकों का भयावह उपयोग, अधिक पैदावारी के लिए यूरिया, डीएपी की अधिकता, नरवाई की आग, सबकुछ जीवों के लिए प्रतिकूल है। पक्षियों में इसका असर दिखाई देने लगा है। वह दिन दूर नहीं, जब इंसान भी डायनासोर के समान विलुप्त हो जाएंगे। मोती की खेती करने वाले अमित बमोरिया ने किसान कल्याण सम्मेलन में बुधवार को बात कहीं। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री माननीय शिवराज सिंह चौहान जी के हांथो से पुरुस्कार पाने वाले मड़ई के पास कामती रंगपुर के ने भविष्य की महामारी की आशंका व्यक्त की , बमोरिया ने कहा खेती में कीटनाशकों का भयावह उपयोग, अधिक पैदावारी के लिए यूरिया, डीएपी की अधिकता, सबकुछ जीवों के लिए प्रतिकूल है । आज किसान आर्थिक रूप से परेशानी झेल रहा है. मैंने एक एकड़ जमीन में आठ लाख रुपए कमाए हैं। सरकार कृषि को लाभ का धंधा बनाना चाहती है।
हमेशा मीडिया की सुर्खियों में रहने वाले उन्नत किसान अमित बमोरिया जी ने मोती ,मछली ,बतख , कड़कनाथ मुर्गा और तालाब के किनारे फल और फूलो की खेती करके 8 लाख रु कमाए , अमित जी ने बताया उपरोक्त सभी कार्य एक दुसरे के पूरक है . तालाब के किनारे रेड लेडी पपीता ( साल में 70-100 किलो फलन) , सुगर फ़्री स्टीविआ आदि की खेती से आय अर्जित की है ..वही मोती पालन देखने और सीखने देश विदेश से लोग आते रहते है ,
मोती और मछली पालन में तालाब की जरूत होती है जिससे जमीन में जल संरक्षण होने से पानी की समस्या से निपटा जा सकता हे और बहुउदेशीय खेती करके लाखो की कमाई भी की जा सकती है , अमित जी के फार्म पर काला आम , काला टमाटर , काला अमरुद ,सुगर फ्री आम , बारहमासी आम , मैदानी सेव , पिस्ता, तेजपत्ता आदि कई पौधे लगाए है जो आकर्षण का केंद्र होंगे .
किसानों की आय दोगुना कर किसानों को मजबूत करना चाह रही है। मैंने कामती फार्महाउस में मोती बनाने का कार्य, कड़कनाथ और बटेर पालन शुरू किया। इससे अधिक लाभ मिला। कोई भी किसान आकर देख सकता है।
अमित बामोरिया अब तक सैकड़ो किसानों को मोती पालन की ट्रेनिंग दे चके हैं , मोती पालन के साथ वह सीप भस्म,मोती भस्म ,मछली पालन,बत्तख पालन,मुर्गी पालन की भी ट्रेनिंग देते हैं ।
कृषि वैज्ञानिक डॉ. विकास जैन ने किसानों को बीज की जानकारी दी। बीज तीन के हैं। बीमारी, कीट व फर्टिलिटी बढ़ने से उत्पादन बढ़ेगा और लागत कम लगेगी। जनपद अध्यक्ष मंजू जगदीश अहिरवार, कृषि स्थाई समिति अध्यक्ष फूलवती कुशवाह, भगवान सिंह पटेल, राघवेंद्र पटेल, विधायक प्रतिनिधि चुन्नीलाल पटेल, सहायक संचालक गोविंद मीना व शैलेंद्र राठौर, एसएडीओ आरपी अटारे, बीटीएम आत्मा सुनील बर्डे व किसान मौजूद थे।