सावन

सावन  का माह वर्षा ऋतू का प्रमुख माह है 

सावन  का माह हिन्दू धर्म के अनुसार एक पवित्र माह मन जाता  ये माह सावन का महीना और भगवान शंकर। यानी भक्ति की ऐसी अविरल धारा जहां हर हर महादेव और बम बम भोल की गूंज से कष्टों का निवारण होता है, मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। यूं तो भगवान शंकर की पूजा के लिए सोमवार का दिन पुराणों में निर्धारित किया गया है। लेकिन पौराणिक मान्यताओं में भगवान शंकर की पूजा के लिए सर्वश्रेष्ठ दिन महाशिवरात्रि, उसके बाद सावन के महीने में आनेवाला प्रत्येक सोमवार, फिर हर महीने आनेवाली शिवरात्रि और सोमवार का महत्व है। लेकिन भगवान को सावन यानी श्रावण का महीना बेहद प्रिय है जिसमें वह अपने भक्तों पर अतिशय कृपा बरसाते हैं।

 

अब के वरस जम के बरसेगा सावन

 अब के वरस  जम के बरसेगा सावन

अनुमान है कि 2016 में मॉनसून का प्रदर्शन बेहतर होगा। चार माह की मॉनसून अवधि में सामान्य से अधिक लगभग 105% बारिश दर्ज की जाएगी। इसमें 4% की कमी या बेसी का अनुमान है। स्काइमेट द्वारा आज जारी किए गए दीर्घावधि मॉनसून पूर्वानुमान के अनुसार 887 मिलीमीटर बारिश होने की संभावना है।
स्काइमेट वेदर के मुताबिक जून, जुलाई, अगस्त व सितंबर में कुल मॉनसूनी बारिश की संभावना इस प्रकार है:
• 20% संभावना अत्यधिक बारिश की है (मॉनसून में 110% से अधिक वर्षा को अत्यधिक माना जाता है)।
• 35% संभावना सामान्य से अधिक बारिश की है (मॉनसून में 105% से 110% वर्षा को सामान्य से अधिक माना जाता है)।