दलहन-तिलहन फसलों पर कीटों का प्रकोप
खराब मौसम की मार अब दलहन, तिलहन व सब्जी की खेती पर पड़ने लगी है। मसूर, अरहर, चना, तिवड़ा, मटर की फसलों में तना छेदक का प्रकोप बढ़ गया है। सरसों, अलसी व कुसुम जैसी तिलहनी फसलों पर मैनी (कीट) का हमला शुरू हो गया है। सब्जी में कीड़े लगने लगे हैं।
कृषि विज्ञानी डॉ.एसआर पटेल के मुताबिक खराब मौसम का असर रबी की फसलों पर हो रहा है। आसमान पर लगातार बादल छाने से न्यूनतम तापमान में 7 से 8 डिग्री तक बढ़ोतरी हो गई है। मौसम साफ रहने पर जहां तापमान 8 से 10 डिग्री था, वह अब 17 से 18 डिग्री हो गया है। अभी जो तापमान है, यह तनाछेदक, मैनी व अन्य कीटों के पनपने के लिए अनुकूल है। खासकर तिवड़ा व चना के पौधे की पत्तियों में बारीक कीट लगते हैं, इस पर नियंत्रण काफी मुश्किल होता है। अगर दो-तीन दिनों तक यह स्थिति बनी रही तो 50-60 फीसदी तिलहनी फसल मैनी की चपेट में आ जाएगी।
कीट से बचाव
कृषि वैज्ञानिक डॉ.पटेल के मुताबिक कीट से बचाव के लिए कृषि वैज्ञानिकों से सलाह लेकर सुरक्षित कीटनाशकों का प्रयोग करना चाहिए। खासकर सब्जी में ज्यादा कीटनाशकों के छिड़काव से बचना चाहिए।
धान की फसल को नुकसान नहीं
धान की रबी की फसल की रोपाई चल रही है। धान के पौधे अभी बहुत छोटे हैं। कृषि विशेषज्ञों के मुताबिक धान के पौधों पर मौसम का ज्यादा असर नहीं पड़ेगा। इसके असर से सब्जी खासकर पत्तागोभी, फूल गोभी व भटा में कीटों का प्रकोप बढ़ रहा है और टमाटर जल्द पक रहे हैं।
साभार नई दुनिया जागरण