किसान की लागत में कमी और पूरे दामों में बिक्री ही किसान की आय दुगनी कर सकती है

किसान की लागत में कमी और पूरे दामों में बिक्री ही किसान की आय दुगनी कर सकती है

किसान की लागत में कमी और पूरे दामों में बिक्री ही किसान की आय दुगनी कर सकती है यह बात किसान हैल्प के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ आर के सिंह ने अपने किसान मित्र मिलन यात्रा के अवसर पर राम नगर दौरे पर कही।उन्होंने बताया कि किसान की आय को दुगना करने का सबसे बड़ा मूलमंत्र है कि किसान रासायनिक व जैविक खेती का परस्पर सामंजस्य स्थापित करने पर होगी।जब जैविक और रासायनिक खादों का प्रयोग होगा तो किसानों की लागत में कमी आएगी, उन्होंने बताया कि बढ़ती जनसंख्या, घटती खेती से देश का पेट नही भरा जा सकता, देश में खाद्यान्न उत्पादनपूर्ति को जीरो बजट से नही किया जा सकता है।
साथ ही उन्होंने बताया कि जीरो बजट खेती नीरा दिवा स्वप्न है यह किसानों को और कर्ज दार बना देगा।
लाभ की खेती या व्यवसाय स्तर की खेती करने के बाद ही किसान को बचाया जा सकता है।उन्होने कहा कि सरकार किसानों के उत्पादन की100 प्रतिशत खरीद कर सही समय से किसानों को फसलों का भुगतान मिले।तभी किसान फायदे में खेती कर सकता है।
उनके साथ उत्तर प्रदेश के जाने माने गन्ना किसान चौधरी जबर पाल सिंह इस यात्रा के प्रमुख हैं।चौधरी जबरपाल जी गन्ना उत्पादन में कई कीर्तिमान स्थापित कर चुके हैं।चौधरी जबरपाल जी ने किसानों की गन्ने की फसलों का निरीक्षण किया और कम लागत में अधिक उत्पादन कैसे प्राप्त करें अपने अनुभवों को किसानों तक पहुँचाया।उन्होंने बताया कि किसानों अपने उत्पादन को आसानी से बड़ा सकता है लेकिन यह जीरो लागत से सम्भव नहीं।उन्होंने जीरो लागत पर पानी, बीज निराई सिंचाई आदि जीरो नही हो सकता है।उन्होंने बताया कि उत्पादन को केवल जैविक खेती से सम्भव नहीं है।
किसान हैल्प द्वारा किसान मित्र मिलन यात्रा शुरू की गई यह यात्रा अलग अलग चरण में उत्तर प्रदेश, के कई जिलों में जेसे मुजफ्फरनगर, शामली रुड़की, हरिद्वार, सहारनपुर, पीलीभीत, मेरठ, बाजपुर, आदि के तूफानी दौरे यात्रा कर रहे हैं, अगला पड़ाव मध्यप्रदेश में होगा।
यात्रा का विशेष सहयोग साडावीर कम्पनी के श्री गिरिजा कान्त जी का रहा।