पशु

पशु या जंतु या जानवर 'ऐनिमेलिया' (Animalia) या मेटाज़ोआ (Metazoa) जगत के बहुकोशिकीय और सुकेंद्रिक जीवों का एक मुख्य समूह है। पैदा होने के बाद जैसे-जैसे कोई प्राणी बड़ा होता है उसकी शारीरिक योजना निर्धारित रूप से विकसित होती जाती है, हालांकि कुछ प्राणी जीवन में आगे जाकर कायान्तरण (metamorphosis) की प्रकिया से गुज़रते हैं। अधिकांश जंतु गतिशील होते हैं, अर्थात अपने आप और स्वतंत्र रूप से गति कर सकते हैं।
ज्यादातर जंतु परपोषी भी होते हैं, अर्थात वे जीने के लिए दूसरे जंतु पर निर्भर रहते हैं।
अधिकतम ज्ञात जंतु संघ 542 करोड़ साल पहले कैम्ब्रियन विस्फोट के दौरान जीवाश्म रिकॉर्ड में समुद्री प्रजातियों के रूप में प्रकट हुए।
डेरी व्यवसाय में लाभ मुख्यत: तीन कारकों जैसे पशु की नस्ल, पशु प्रबंधन एवं पशु पोषण पर निर्भर करता है। दुधारू पशुओं की विकास दर एवं उत्पादकता वृद्धि में पशु पोषण एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उपयुक्त आहार यह सुनिश्चित करता है कि पशु अपना वांछित शारीरिक वजन पा ले, अधिक दूध उत्पादन करे तथा स्वस्थ रहेI दुधारू पशुओं पर होने वाले कुल खर्च में से 70 प्रतिशत भाग अकेले उसके आहार पर होता है, जिससे उसका महत्व और भी बढ़ जाता है।

आपदा से पशुधन बचाना सरकार की प्राथमिकता

आपदा से पशुधन बचाना सरकार की प्राथमिकता

आम बजट से गांव-गरीब और किसान को मजबूत करने के संकेत दे चुकी केंद्र सरकार इस दिशा में आगे बढ़ रही है। किसानों के लिए खेती के साथ-साथ पशुधन संवर्धन पर केंद्र का सबसे ज्यादा जोर है। कृषि अर्थव्यवस्था में 30 फीसद हिस्सेदारी रखने वाले डेयरी व पशुधन का भी प्राकृतिक आपदाओं में ध्यान रखने की कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने सख्त जरूरत बताई।

किसान हेल्प द्वारा पशु चिकित्सा शिबीर का आयोजन

किसान हेल्प  द्वारा पशु चिकित्सा शिबीर का आयोजन

kisanhelp द्वारा पशु चिकित्सा शिबीर का आयोजन ग्राम वाड़ेगाव मे किसान हेल्प ड़ाॅट इन द्वारा पशु चिकित्सा शिबीर का आयोजन किया गया जिसमे 200 पशुओ का टीकाकरण एवं उपचार किया गया.जिसमे ड़ाॅ. संजीव कुमरे पशु चिकित्सा अधिकारी एवं ड़ाॅ.गुलाबराव खवसे द्वारा गर्मीयो मे दुधारू पशुओ कि देखभाल और टीकाकरण का महत्व बताया गया. गांव मे शिबिर लगाने के लिए किसान हेल्प ड़ाॅट इन की तरफ से रेवानंद निकाजू द्वारा पशु चिकित्सा विभाग का आभार व्यक्त किया

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