दलहन की बम्पर फसल आयात की जरूरत नहीं: पासवान
खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री रामविलास पासवान ने आज कहा कि मांग और आपूर्ति में अंतर के कारण पिछले दिनों दालों की कीमतें बढ़ी थी लेकिन इस वर्ष दलहनों के बम्पर उत्पादन की आशा है जिससे इनके मूल्य के नियंत्रण में रहने की उम्मीद है।
पासवान ने राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस समारोह के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा कि इस बार दलहनों की बम्पर पैदावार हुई है और कृषि मंत्रालय को 200 लाख टन दलहनों के उत्पादन का अनुमान है। देश में 240 लाख टन दालों की जरूरत है। खाद्य मंत्री ने कहा कि दालों की जमाखोरी नहीं हुई तो इसके आयात की जरूरत नहीं होगी। देश में दालों का अभी साढे 7 लाख टन का बफर स्टाक है। साढ़े 3 लाख टन दलहनों की घरेलू स्तर पर खरीद की गई है जबकि 4 लाख टन का आयात किया गया है। पहले बाजार मूल्य पर दलहनों की खरीद की गई थी लेकिन अब न्यूनतम समर्थन मूल्य पर इसकी खरीद की जा रही है।
मोजाम्बिक, म्यांमार और आस्ट्रेलिया से दालों का आयात किया गया है। उन्होंने कहा कि देश में गेहूं की कोई कमी नहीं है और सार्वजनिक प्रणाली के लिए इसका पर्याप्त भंडार है। खुले बाजार में गेहूं की कीमतें बढऩे लगी थी जिसके कारण इस पर आयात शुल्क शून्य कर दिया गया है। पहले इस पर 10 प्रतिशत का आयात शुल्क था।