कृषि विभाग विल्वा द्वारा दो दिवसीय कृषि ज्ञान संगोष्ठी का आयोंजन
कृषि विभाग द्वारा आयोजित आज दिनांक 9 /03/ 2016 दो दिवसीय कृषि ज्ञान संगोष्ठी का प्रारम्भ हुआ इस संगोष्ठी में कई विभागों के कृषि वैज्ञानिकों ने तथा 200 ज्यादा किसान भाइयों ने भाग लिया संगोष्ठी के प्रारम्भ में कृषि वैज्ञानिक डॉ.पी. एन. राम गुप्ता जी ने अपने भाषण में जैव खाद और जैव कीट नाशक की विस्तार से जानकारी दी उन्होंने जैविक खेती में नीम की उपयोगिता तथा उसके प्रयोग एवं प्रयोग करने की बिभिन्न प्रकार की जानकारियां प्रदान की
डॉ. एस . के . सिंह जी ने किसानों को गेहूं की फसल के बाद खेत की तैयारियों एवं फसल को समय से करने की बात कही साथ ही उन्होंने फसल की समय पर बुबाई करने के लाभ बताये उन्होंने बताया की फसल यदि किसानों द्वारा देर से बुबाई की जाती है उसका प्रभाव आगामी कम से कम तीन फसलों पर पड़ता है उन्होंने धान की कई उन्नत और नवीनतम किस्मों की भी जानकारी दी गन्ना किसानो के लिए उन्होंने गन्ने की कई उन्नत और नवीनतम किस्मों की भी जानकारी दी गन्ने की अच्छी एवं अधिक उपज कैसे ले इस बात पर भी प्रकाश डाला
डॉ. चौधरी जी शाक सब्जियों को करने तथा उनके रख रखाव की बात करते हुए समय से पहले एवं समय के बाद करने के लिए पौली हाउस की जानकारी तथा उसके रख रखाव की जानकारियां भी दी अपने भषण के दौरान उन्होंने मिश्रित खेती की वकालत की उन्होंने बताया कैसे किसान एक लगत पर दो फसलों का लाभ ले सकते हैं
kisanhelp के संरक्षक राधा कान्त जी किसानों को जैविक खेती की जानकारी दी तथा आगामी फसल धान की फसल जैविक रूप से कैसे की जाये इसकी जानकारियां दी राधा कान्त जी ने अपने अभिभाषण में किसानों को आत्मनिर्भर बनने की बात कही साथ ही उन्होंने किसानो को हरी खाद के रूप में ढैंचा तथा पटसन बोने की किसानो को सलाह दी
डी.डी. उद्यान श्री सिंह ने उद्यान विभाग द्वारा चलाये जाने वाली तमाम योजनाओं के बारे में बताया उन्होंने कई किसानों के नाम बताते हुए बताया कैसे उद्यान फसलों से अच्छ लाभ ले सकते हैं
किसानो में प्रश्न मंच में भी बाद चढ़ कर भाग लिया किसानो को पुरस्कार वितरण भी किया गया