परियोजना

किसी व्यापार, विज्ञान या इंजीनियरिंग में किसी विशेष लक्ष्य की प्राप्ति हेतु जो विस्तृत कार्य-योजना बनायी और कार्यान्वित की जाती है उसे परियोजना (project) कहते हैं। इसके अन्तर्गत पूरे कार्य को छोटे-छोटे कार्यों के रूप में विभक्त करके उनका समयबद्ध क्रम प्रस्तुत किया जाता है। कौन सा काम कब आरम्भ होगा; कब समाप्त हो जायेगा; कितना धन और अन्य संसाधन लगेगा; समाप्ति पर मिलने वाला परिणाम क्या है ; आदि का उल्लेख किया जाता है। परियोजना में कार्य की समयसीमा (डेडलाइन) तय करना जरूरी है। इसके साथ ही हर परियोजना के लिये एक निश्चित राशि (बजट) निर्धारित होता है।

परिचय
परियोजना किसी समस्या के निदान या किसी विषय के तथ्यों को प्रकाशित करने के लिए तैयार की गई एक पूर्ण योजना होती है। समस्याएँ सुरसा की तरह मुंह फैलाए हुए हमें निगलना चाहती है। हमें आए दिन किसी न किसी समस्या का सामना करना पड़ता है और हम उससे बचने के तरीके सोचते रहते हैं। जैसे- यातायात की समस्या, पीने के पानी की समस्या, बिजली की समस्या। हमारे आसपास बहुत सी ऐसी समस्याएं मौजूद हैं, जिन्हें देख-सुनकर हम सोचने को विवश हो जाते है और समाधान का उपाय सोचने लगते हैं, जैसे- गंगा में गन्दगी की समस्या, आत्महत्या की घटनाएँ, लूट की घटनाऍँ, नशीले पदार्थों के सेवन से होने वाली बीमारियों की समस्या आदि।

जब हमारे सामने कोई समस्या आती है तो सबसे पहले हम उस समस्या की तह तक जाकर उसके सभी पहलुओं को जानने की कोशिश करते है। उसके निदान की सभी संभावनाओं और उपायों का विचार करते हैं। इस तरह हमारे मन में तैयार पूरी विचार योजना एक प्रकार की परियोजना है।

कुछ उल्लेखनीय परियोजनाएँ
मानव जीनोम परियोजना (Human Genome Project)
मैनहट्टन परियोजना (Manhattan Project)
अपोलो परियोजन (Project Apollo)
सोवियत परमाणु बम परियोजना
इसरो की चन्द्रयान परियोजना, मंगलयान परियोजना
इन्हें भी देखें
परियोजना प्रबन्धन
परियोजना प्रबन्धन की समयरेखा
परियोजना प्रबन्धन के साफ्टवेयरों की सूची

राजस्थान में अब छाई रहेगी हरियाली

राजस्थान में अब छाई रहेगी हरियाली

राजस्थान में अब छाई रहेगी हरियाली , अब फसलों के साथ फल भी ले सकेंगे किसान, बढ़ेगा अतिरिक्त आय का जरिया  कड़ी मेहनत कर फसल उत्पादन करने वाले किसानों को अतिरिक्त आय का जरिया बढ़ाने के लिए दो योजनाएं शुरू की गई है। इसके तहत किसान आने वाले समय में फसलों के साथ खेत से फल भी ले सकेंगे। इससे उनकी आय में इजाफा होगा।

केंद्र कोल्हुओं को देगा प्रोत्साहन

केंद्र कोल्हुओं को देगा प्रोत्साहन

केंद्र सरकार उत्तर प्रदेश में गन्ना किसानों को आमदनी का वैकल्पिक स्रोत मुहैया कराने पर विचार कर रही है। इसमें स्थानीय कोल्हुओं को सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्योग की श्रेणी में शामिल कर उन्हें प्रोत्साहन मुहैया कराया जाएगा। गन्ने की पेराई कर गुड़ और खांड बनाने वाले इन कोल्हुओं को एमएसएमई में शामिल किए जाने से ये सरकारी लाभ और कर रियायतें प्राप्त कर सकेंगे।