मानसून की बेरुखी सूखे का खतरा

मानसून की बेरुखी सूखे का खतरा

 -भले ही मोदी सरकार अच्छे दिन का आश्वासन दे रही हो, लेकिन कमजोर मॉनसून से देश में सूखा पड़ने का खतरा पैदा हो गया है। इसका सीधा असर खाने-पीने की चीजों की कीमतों पर पड़ेगा। ध्यान रहे कि महंगाई की ऊंची दर के कारण आम जनता के साथ-साथ सरकार भी पहले से ही परेशान है।कमजोर मॉनसून ने आम लोगों, किसानों से लेकर सरकार तक सबकी नींद उड़ा रखी है। पिछले 5 सालों में पहली बार देश में सूखे का खतरा पैदा हो गया है। मौसम विभाग के मुताबिक, देशभर में अब तक सिर्फ 43 फीसदी कम बारिश हुई है। मौसम विभाग के मुताबिक, कई राज्यों में सूखे की स्थिति पैदा हो चुकी है। मिट्टी में नमी कम हो चुकी है।
मौसम विभाग के मुताबिक, पश्चिमी पंजाब, हरियाणा, दक्षिण-पश्चिम जम्मू-कशमीर, यूपी, राजस्थान, गुजरात, तेलंगाना, सेंट्रल महाराष्ट्र, कोस्टल आंध्र,पूर्वी मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के ज्यादातर हिस्से में सूखे की स्थिति दिख रही है।
सूखे के कारण सिर्फ मौजूदा फसल ही नहीं, बल्कि रबी की अगली फसल भी प्रभावित हो सकती है। सूखे की आशंका को देखते हुए सरकार ने कई कदम उठाए हैं। सूखे के खतरे से चिंतित केंद्रीय ग्रामीण विकास राज्य मंत्री उपेंद्र कुशवाहा का कहना है कि सरकार सूखे से निपटने के लिए तैयारी कर रही है। आज देश के कई हिस्सों में तेज आँधी और हलकी वारिश हुइ है