मौसम परिवर्तन के अनुरूप करें खेती

मौसम परिवर्तन के अनुरूप करें खेती

मौसम में अभी और ठंडक घुलने के इंतजार में किसान रबी फसल की बोवनी के लिए अपने खेतों को तैयार करने में जुटे है। किसान जहां खेतों में पलेवा कर रहे है तो कृषि विभाग के अधिकारी भी सोसाइटी के माध्यम से किसानों को बीज और उर्वरक मुहैया कराने की तैयारियों में जुट गए है। खुद कृषि विभाग के अधिकारियों का भी मानना है किसानों को बोवनी के लिए अभी एक पखवाड़े इंतजार करना चाहिए। गेहूं को छोड़कर अन्य फसलों की बोवनी शुरू कर देने से कोई खास नुकसान नहीं होने की बात भी अधिकारी कर रहे है। किसान बोवनी के लिए पलेवा कर जमीन को तैयार कर रहे है। लेकिन अभी मौसम में पर्याप्त ठंडक नहीं होने के कारण किसान और ज्यादा ठंडक घुलने का इंतजार कर रहे है।गेहूं रबी (सर्दी) सीजन की मुख्य फसल है। इसकी बुवाई अक्टूबर से शुरू होती है और अप्रैल तक पकने के बाद काटी जाती है।
kisanhelp के प्रमुख श्री सिंह नें कहा कि मौसम में लगातार तब्दीला आ रही है। देश के तापमान में भी इजाफा हुआ है। मौसमी परिवर्तन को देखते हुए जरूरी है कि खेती भी उसी के अनुरूप की जाए।उन्होंने कहा कि गेहूं के अतिरिक्त दूसरी फसलों में भी वातावरण के अनुसार नई किस्मों को विकसित करने की जरूरत है।