जैविक खेती को अपनाएं किसान: उपायुक्त
उपायुक्त डॉ. यश गर्ग ने कहा है कि प्राकृतिक और जैविक खेती हमारी भारतीय संस्कृति का अभिन्न अंग है। हमारे पूर्वज प्रारंभ से ही जैविक खेती करते आए हैं। जैविक खेती से उत्पन्न अनाज और सब्जी के सेवन से हम आजीवन स्वस्थ रह सकते हैं। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार स्वयं अपनी विभिन्न योजनाओं के जरिए जैविक खेती को बढ़ावा देने का हर संभव प्रयास कर रही है।
डॉ. गर्ग ने बताया कि हमारे राज्य में शुरू से ही जैविक खेती प्रचलित रही है। राज्य सरकार अपनी विभिन्न योजनाओं के माध्यम से इसे और बढ़ावा दे रही है। उन्होंने कहा कि रासायनिक खादों और कीटनाशकों के अत्यधिक और असंतुलित उपयोग से अनाज और सब्जियों के विषैले होने की आशंका होती है। इसका प्रतिकूल असर मानव स्वास्थ्य पर भी देखा जा रहा है। जैव विविधता पर भी इसका विपरीत असर हो रहा है। उन्होंने कहा कि खाद्यान्न उत्पादन को घटाए बिना रासायनिक खाद के अत्यधिक उपयोग को रोकना और संतुलन बनाना हम सबके लिए बड़ी चुनौती है। किसानों में इस विषय में जागरूकता लाकर इसमें कामयाबी लाई जा सकती है। जैविक खेती से जहां धरती की उर्वरता में साल दर साल वृद्धि होती जाती है, वहीं मिट्टी के भुरभुरी होने से फसलों में भीच्अच्छी वृद्धि होती है।