अब खाद सप्लाई में नहीं होगी देरी, जानें UP के कृषि मंत्री और रेल मंत्री के बीच क्या हुई बातचीत

अब खाद सप्लाई में नहीं होगी देरी, जानें UP के कृषि मंत्री और रेल मंत्री के बीच क्या हुई बातचीत

उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से राज्य में ट्रेनों द्वार डीएपी और यूरिया की ढुलाई में हो रही देरी को कम करने के लिए कहा है. सूर्य प्रताप शाही के अनुसार, डीएपी और यूरिया खाद की ढुलाई में बंदरगाह से स्टेशन तक 8-10 दिन लगते हैं. वहीं, कई स्टेशन ऐसे भी हैं जहां प्रतिबंधों के कारण यूरिया की सप्लाई रुकी हुई है. यही वजह है कि ढुलाई में तेजी लाने के लिए सूर्य प्रताप शाही ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मुलाकात की.

यूरिया उर्वरक को अपने गंतव्य तक पहुंचने में लगने वाले समय को कम करने का भी वादा किया है. सूर्य प्रताप शाही के अनुसार, उत्तर प्रदेश एक कृषि प्रधान राज्य है, जिसमें 140 लाख हेक्टेयर रबी की फसल और 26 लाख हेक्टेयर गन्ना की खेती है. दोनों फसलों में यूरिया का उपयोग होता है. राज्य रबी सीजन के लिए सभी फसलों की बुवाई की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है. उन्होंने कहा कि रबी फसल की बुवाई एक समय लेने वाली प्रक्रिया है, इसलिए राज्य में अभी फास्फेटिक उर्वरकों की बहुत मांग है. उर्वरक की समय पर डिलीवरी सुनिश्चित करने में रेलवे महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.

उर्वरक आसानी से उपलब्ध होने में कठिनाई हो रही है

मंत्री के अनुसार, इस वर्ष अक्टूबर और नवंबर के रबी महीनों में डीएपी उर्वरक की धीमी आपूर्ति के कारण राज्य के कई जिलों के किसानों को फसल बुवाई के समय डीएपी उर्वरक आसानी से उपलब्ध होने में कठिनाई हो रही है. उर्वरक निर्माण/आपूर्तिकर्ता कंपनियों ने सरकार को बताया है कि पूर्वी बंदरगाह, कीनाडा, कृष्णापटनम, गंगावरम, वाई जैक और पारादीप से रेक की कमी के कारण आपूर्ति धीमी है. नवंबर में उपरोक्त पूर्वी बंदरगाह से 149,800 मिलियन टन डीएपी उर्वरक आवंटन में से केवल 82,143 मिलियन टन की आपूर्ति 27 नवंबर, 2022 तक की जा सकी, जिसमें 67657 मिलियन टन आपूर्ति के लिए शेष है.

आपूर्ति के लिए प्रतिदिन 10-12 रैक उपलब्ध कराएं

मंत्री ने कहा कि पारादीप और ईस्टपोर्ट में इफको और पीपीएल संयंत्रों से भेजे गए रेक 8-10 दिनों में अपने गंतव्य तक पहुंच सकते हैं. वर्तमान में, 25 से 30 उर्वरक रेक दैनिक आधार पर रास्ते में हैं. मंत्री के अनुसार, यह महत्वपूर्ण है कि उन्हें जल्दी और सुरक्षित रूप से उनके गंतव्य तक पहुंचाया जाए. सहकारिता क्षेत्र की मुख्य आपूर्तिकर्ता संस्था इफको के कांडला और पारादीप संयंत्रों से प्रतिदिन 3-4 रेक उपलब्ध कराकर ही डीएपी उर्वरक सहकारी समितियों को निरंतर उपलब्ध कराया जा सकता है. वहीं, केंद्रीय रेल मंत्री ने यूरिया उर्वरक को अपने गंतव्य तक पहुंचने में लगने वाले समय को कम करने का भी वादा किया है. उन्होंने अनुरोध किया कि केंद्रीय मंत्री उत्तर प्रदेश में मांग के आधार पर डीएपी उर्वरक की आपूर्ति के लिए प्रतिदिन 10-12 रैक उपलब्ध कराएं.