किसान हितैषी और समस्त विश्व के लिए प्रेरणा स्रोत थे अटल जी : डॉ आर के सिंह

किसान हितैषी और समस्त विश्व के लिए प्रेरणा स्रोत  थे अटल जी : डॉ आर के सिंह

अटल जी एक नेता ही नहीं बल्कि समाज सुधारक, कुशल प्रशासक, कुशल वक्ता तथा सम्पूर्ण विश्व के नेता थे।उन्होंने जीवन के किसी भी पड़ाव पर हार नहीं मानी ।
अपने बचपन के समय में ही मैने अटल जी की सभाओं में उन्हें सुना था, उनसे मुलाकात की थी, उस समय मेरी आयु 12 वर्ष की थी जब अटल जी से मुलाकात की थी मैंने जैसे ही उन्हें चरण स्पर्श किये उन्होंने मुझे गले लगा कर कहा कि आप आगामी नेता हो देश को आपकी जरूरत है आगे बढ़ कर देश को संभालने का काम करो ।उस समय मेरी समझ में कुछ नहीं आया था।उसके कुछ समय बाद ही भाजपा ने उत्तर प्रदेश में सरकार बनाई। कुछ सालों के बाद अटल जी के नेतृत्व मे भाजपा ने सरकार बनाई।
किसानों के लिए हमेशा से ही संवेदनशील रहे अटल बिहारी वाजपेयी देश के किसान वर्ग पर खास नजर रखते थे।किसान फसली ऋण का ब्याज पहली बार 18 से 9 फीसद करने का उनका योगदान सदैव याद रखा जाएगा। किसानों के लिए क्रेडिट कार्ड भी उन्होंने शुरू किया। देश का किसान उनको किसान क्रेडिट कार्ड देने वाले प्रधानमंत्री के रूप मे सदैव याद रखेगा। वर्तमान फसल बीमा के विचार उनके युग में शुरू हुआ।
किसानों की ताकत बढ़ाने के लिए ,विज्ञान की शक्ति को बढ़ावा देने के लिए वाजपेयी जी ने लाल बहादुर शास्त्री के नारे 'जय जवान जय किसान' में बदलाव किया और 'जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान' का नारा दिया।

गाँव की सडक़ों के लिये पैसे देने वाले वो भारत के पहले प्रधानमंत्री थे।

अटल जी की कविता जो सदैव मुझे प्रेरणा देती है

आओ फिर से दिया जलाएँ
भरी दुपहरी में अंधियारा
सूरज परछाई से हारा
अंतरतम का नेह निचोड़ें-
बुझी हुई बाती सुलगाएँ।
आओ फिर से दिया जलाएँ

हम पड़ाव को समझे मंज़िल
लक्ष्य हुआ आंखों से ओझल
वतर्मान के मोहजाल में-
आने वाला कल न भुलाएँ।
आओ फिर से दिया जलाएँ।

आहुति बाकी यज्ञ अधूरा
अपनों के विघ्नों ने घेरा
अंतिम जय का वज़्र बनाने-
नव दधीचि हड्डियां गलाएँ।
आओ फिर से दिया जलाएँ
डॉ आर के सिंह
राष्ट्रीय अध्यक्ष
किसान हैल्प