देश में मवेशियों के चारे का गंभीर संकट

देश में मवेशियों के चारे का गंभीर संकट

 देश में पशुओं के चारे का गंभीर संकट उत्पन्न हो गया है और लगभग 20 करोड़ पशुओं की जरुरत की तुलना में आधा ही चारा उपलब्ध है। संसद की कृषि से सम्बन्धित स्थायी समिति ने हाल में दी अपनी रिपोर्ट में कहा है कि देश में हरे और सूखे चारे की अत्यधिक कमी है।

देश में शुष्क चारे की 416 टन, हरे चारे की 222 टन तथा पूरक आहार की 53 टन की जरुरत है जबकि यह क्रमश: 253 टन, 143 टन तथा 23 टन की उपलब्ध है। इस प्रकार शुष्क चारे की 40 प्रतिशत,हरे चारे की 36 प्रतिशत और पुरक आहार की 57 प्रतिशत की कमी है।

समिति ने चारे के सम्बन्ध में सरकार के पास नवीनतम आंकडे नहीं उपब्ध होने पर गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा है उसे जो आकड़े उपलब्ध कराये गये हैं वे 2007 के हैं। समिति ने कहा है कि मंत्रलय के पास जब आंकडे ही उपलब्ध नहीं हैं तो मांग और आपूर्ति के बीच अंतर पाटने पर कोई कार्रवाई कैसे की जा सकेगी। समिति ने विभाग की लापरवाह दृष्टिकोण की भर्त्सना की है