किसानों की नई मुसीबत सोयाबीन और मूंग के बाद अब धान में लगा रोग

  धान में लगा ब्लास्ट रोग

किसानों की किस्मत में शायद  इश्वर ख़ुशी का  नाम लिखना भूल गया  है। फसलों में एक के बाद एक रोग लग रहे है। सोयाबीन और मूंग की फसल रोगग्रस्त होने के बाद अब धान की फसल में भी रोग लग गया है। इस नए  रोग का नाम ब्लास्ट है।

लक्षण :  इस रोग में धान की पौध धीरे-धीरे लाल रंग में परिवर्तित हो जाती है और फसल की उत्पादन क्षमता घटाते हुए उसे खत्म करने का काम करती है।

धान के प्रमुख रोग

1. भूरी चित्ती रोग(Brown Spot)

यह रोग देश के लगभग सभी हिस्सों मे फैली हुई है, खासकर पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, आन्ध्र प्रदेश, तमिलनाडु इत्यादि।  उत्तर बिहार का यह प्रमुख रोग है। यह एक बीजजनित रोग है।

सावन में बारिश की फुहारों से फसलों को राहत

बारिशkisanhelp

मंगल वार  को एक बार फिर मानसून की सक्रियता से झमाझम बारिश हुई। सूखे पड़े खेतों की जमीन गीली हो गई और फसलों को राहत मिली है।किसानों के लिए काफी मिली है देश के अलग -अलग राज्यों में  बारिश का माहौल बना रहा है 

कुछ राज्यों  में दूसरे दिन भी झमाझम बरसात हुई। राजधानी सहित ज्यादातर राज्योंमें तेज बौछारें पड़ीं।  राजधानी में शाम को मौसम ने करवट ली और तेज बौछारें पड़ीं, जिससे सड़कें लबालब हो गईं और नालियों में उफान आ गया। आगामी अनुमान के अनुसार 3 दिन अभी मौसम में परिवर्तन होते रहेंगें 

 

कृषि मंत्रालय का नाम, अब 'कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय' ; मोदी

किसानों की जरूरत को ध्यान में रखते हुए सात दशक पुराने कृषि मंत्रालय का नाम बदलकर 'कृषि एवं किसान कल्याण' मंत्रालय कर दिया गया है। यह घोषणा आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की।

लालकिले की प्राचीर से 69वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अपने संबोधन में मोदी ने कृषि उत्पादकता बढ़ाने पर जोर दिया और कहा कि सरकार फसलों की पैदावार बढ़ाने के लिये हरसंभव प्रयास कर रही है।

कृषि क्षेत्र समग्र विकास के लिए किसानों के कल्याण पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि सरकार कृषि मंत्रालय का नाम बदलकर 'कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय' करेगी।

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