तालाब

तालाब या पोखर ऐसे जल-भरे गड्ढे को कहते हैं जो झील छोटा हो, हालांकि झील और तालाब के आकारों में अंतर बताने के लिये कोई औपचारिक मापदंड नहीं है। इनका मोटा-मोटा नाप लगभग २ हेक्टेयर से ८ हेक्टेयर तक का होता है। संयुक्त राजशाही में चैरिटी पॉण्ड कन्ज़र्वेशन नामक संस्था के की परिभाषा के अनुसार 'तालाब एक कृत्रिम या प्राकृतिक जलाशय है जिसका सतही माप १ वर्ग मी. और २ हेक्टेयर के बीच हो और जिसमें वर्ष में कम से कम चार माह जल भरा रहे।

अब किसान खेत में तालाब बनाऐंगे तो उत्तर प्रदेश सरकार करेगी मदद

अब किसान खेत में तालाब बनाऐंगे तो उत्तर प्रदेश सरकार करेगी मदद

 अब खेत में तालाब बनाने पर किसानों को काफी फायदा होगा, क्योंकि उनको वैज्ञानिक पद्धति का भी लाभ मिलेगा। प्रदेश सरकार ने पानी बचाने के लिए एक नया प्लान तैयार कर लिया है, जिसके लिए प्रदेशभर के किसानों को खेतों में तालाब बनाने के लिए अनुदान भी मिलेगा। 

पोखर, तालाबों को करना होगा जीवंत : राधामोहन सिंह

पोखर, तालाबों को करना होगा जीवंत

पंजाब एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी (पीएयू) के मंच से केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने किसानों व कृषि वैज्ञानिकों से पोखर व तालाबों को जीवंत करने का आह्वान किया। भू-जल स्तर के गिरावट को चिंता का विषय बताते हुए कहा कि जल संरक्षण के लिए ऐसा करना अनिवार्य हो गया है। यहां उल्लेखनीय है कि दैनिक जागरण समूह तालाबों के पुनरुद्धार के तालाश तालाबों का...अभियान चला रहा है।

बूंद-बूंद पानी को तरस रहे खेत

बूंद-बूंद पानी को तरस रहे खेत

बूंद-बूंद पानी को तरस रहे खेत एक तो तपती गर्मी ऊपर से लड़खड़ाती विद्युत व्यवस्था ने लोगों का जीना मुहाल कर रखा है। सूखे पड़े खेत पानी की एक-एक बूंद के लिए तरस रहे हैं। नहरें-बंबे सूखे पड़े हैं। ट्यूबवेल बंद पड़े हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युतापूर्ति के नाम पर तो सिर्फ दिखावा है। आपूर्ति न होने से किसान खेतों की ¨सचाई करने के लिए तरस रहे है। मई में पड़ रही रिकार्ड तोड़ गर्मी ऊपर से विद्युत की आंख-मिचौली शहरी ही नहीं ग्रामीण क्षेत्र के लोगों का जीना मुहाल किए हुए है। विद्युतापूर्ति व्यवस्थित न होने से जहां एक ओर शहर के वा¨शदों को गर्मी, पानी के चलते परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। दूसरी ओर ग

बुंदेलखंड में खेत-तालाब की सबको दरकार, जैसे एक अनार सौ बीमार

बुंदेलखंड में खेत-तालाब की सबको दरकार, जैसे एक अनार सौ बीमार

बुंदेलखंड में सूखे से निपटने के लिए सरकार द्वारा घोषित दूरगामी खेत-तालाब योजना ने किसानों के अंदर एक उम्मीद जगाई है। इसीलिए अपने-अपने खेतों में तालाब बनवाने के लिए किसानों में अकुलाहट है।

 

झांसी.बुंदेलखंड में सूखे से निपटने के लिए सरकार द्वारा घोषित दूरगामी खेत-तालाब योजना ने किसानों के अंदर एक उम्मीद जगाई है। इसीलिए अपने-अपने खेतों में तालाब बनवाने के लिए किसानों में अकुलाहट है। इससे एक अनार, सौ बीमार वाला हाल नजर आने लगा है।