अक्टूवर माह में खेती कार्य

अक्टूवर माह में खेती में क्या करें
  • आम की गमोसिस तथा एन्थेक्नोज की रोकथाम हेतु 2.5 वाम ब्लाइटाक्स 50 लीटर पानी में घोलकर छिडकाव करें ।
  • जो नये रोपित पौधे मर गये हैं, उनके स्थान पर दूसरा पौध लगायें ।
  • आम में सिचंाई रोक दें ।
  • इथरेल का छिडकाव करें ।
  • गूटी वाले पोधे पृथक कर क्यारियों में लगायें ।
  • नींबूवर्गीय में बोर्े पेस्ट लगाना ।
  • अंगूर के पौधों की सिचंाई कर कटाई छंटाई करें ।
  • संतरों, मौसम्बी तथा ग्रेपफूट में कलिकायन करना ।
  • अंगूर की कलम तैयार करें ।मूलवृन्त की शाखाएँ तोडें ।
  • शीतकालीन पुष्प लगाएँ।
  • गुलाब की छंटाई करें ।
  • गमले वाले पौधों में खाद एवं उर्वरक दें ।
  • आलू, शलजम, गाजर,मूल, मटर, फ्रेंचवीन, लहसुन, धनियार्ैं की बोनी करें ।
  • गोभी, टमाटर, प्याज, टी.पी.एस. आलू की रोपाई करें ।
  • अदरक, हल्दी में शूट बोरर नियंत्रण हेतु 0.01 प्र्रतिशत फास्फोमिडान का छिडकाव करें ।
  • पत्तियों की धब्बेवाली बीमारी के नियंत्रण हेतु 0.2 प्र्रतिशत इन्डोफिल-45 का छिडकाव करें ।
  • मिर्च की फसल की रोपाई हेतु उनसे 400 किलो ग्राम नीमखली या मूंगफली खली जमीन में डालें ।
  • 60 किलो नत्रजन, 30 किलो ग्राम स्फुर तथा 50 किलो ग्राम पोटाश डालें ।
  • थ्रिप्स , फल छेदक नियंत्रण हेतु 0.025 प्र्रतिशत मेटासिस्टाक्स छिडकें ।
  • डाईबेक एवं फल सडन हेतु डाइफालीटान 2 ग्राम/लीटर पानी में घोलकर छिडकाव करें ।
  • धनियाँ 15-20 किलो, सौंफ 8-10 किलो ग्राम, मैथी 12-15 किलो ग्राम प्र्रति हेक्टर बीज लगायें ।