जीवन और जमीन दोनों के लिए घातक कोराजन
Submitted by Aksh on 4 October, 2015 - 22:27जहर की बाजार में किसानों को बरबादी के नए युग की शुरुआत हो गई है किसान स्वम् अपना दुश्मन बन बैठा है चटकीले विज्ञापन की चकाचौंध में अपनी सुध बुध खो बैठा है एक ओर किसान अपनी तबाही अपने हाथ से लिख रहा है बही दूसरी ओर पैस्टीसाइड के अंधाधुंध इस्तेमाल से जहरीले होते जा रहे पर्यावरण पर भी चिंता बढती ही जा रही है किसान अधिक उत्पादन के लालच में पैस्टीसाइड का अंधाधुंध प्रयोग कर रहे हैं । इसी कड़ी में एक नए जहर ने अपना कब्ज़ा कर किया है वह जहर है कोराजन कृषि वैज्ञानिकों ने कोराजन पेस्टीसाइड से जन एवं जमीन दोनों को ही खतरा बताया।