अब किसान खेत में तालाब बनाऐंगे तो उत्तर प्रदेश सरकार करेगी मदद
अब खेत में तालाब बनाने पर किसानों को काफी फायदा होगा, क्योंकि उनको वैज्ञानिक पद्धति का भी लाभ मिलेगा। प्रदेश सरकार ने पानी बचाने के लिए एक नया प्लान तैयार कर लिया है, जिसके लिए प्रदेशभर के किसानों को खेतों में तालाब बनाने के लिए अनुदान भी मिलेगा।
इसके लिए सरकार ने बागपत जनपद को 126 किसानों के खेतों में तालाब बनाने का लक्ष्य जारी कर दिया और किसान को अपने खेत में तालाब बनाने पर 52,500 रुपए का अनुदान सरकार देगी और 52 हजार 500 रुपए का खर्च खुद ही वहन करना होगा। किसान खेत में तालाब बनाकर मछली पालन भी कर सकते हैं और इससे पानी की भी काफी बचत होगी। इसके लिए विभाग ने कार्य भी शुरू कर दिया है, जिससे समय से लक्ष्य को पूरा करके शासन को रिपोर्ट भेजी जा सके।
प्रदेश सरकार ने किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए खेत में तालाब योजना चला दी है, जिससे किसानों को पानी की दिक्कत का सामना न करना पड़े। खेत में तालाब बनने से किसानों को फायदा यह होगा कि वह इसमें बरसात व अन्य स्थानों से आने वाले पानी को एकत्र कर लेंगे, जिससे अपनी फसलों की ठीक से सिंचाई कर सकेंगे। खेत में तालाब बनने से पानी की बर्बादी भी नहीं होगी और न ही किसानों को पानी के लिए भटकना पड़ेगा, क्योंकि यह किसानों के लिए काफी लाभदायक साबित होगा।
तालाब बनने से किसानों को वैज्ञानिक पद्धति का भी लाभ मिलेगा। वैज्ञानिक वहां आकर उन्हें किसानों के बारे में जानकारी देंगे, क्योंकि सरकार ने इसकी जिम्मेदारी तय कर ली है। प्रदेश सरकार ने पानी बचाने के लिए नया प्लान तैयार करके किसानों को इसका लाभ पहुंचाने का कार्य किया है और प्रदेशभर में किसानों को खेतों में तालाब बनाने के लिए अनुदान भी दिया जाएगा। इसके लिए सरकार ने बागपत जनपद को 126 किसानों के खेतों में तालाब बनाने का लक्ष्य जारी कर दिया है, जिससे उनके खेतों में जल्द से जल्द तालाब बन सके।
किसान को अपने खेत में तालाब बनाने पर 52 हजार 500 रुपए का अनुदान सरकार देगी और 52 हजार 500 रुपये का खर्च खुद ही वहन करना होगा। इससे किसान काफी फायदा उठा सकेंगे। किसान खेत में तालाब बनाकर मछली पालन भी कर सकते है और इससे पानी की भी काफी बचत होगी, क्योंकि लगातार घटते जलस्तर से सरकार भी बढ़ी चिंतित नजर आ रही है। इसके चलते ही इस योजना का शुभारंभ किया गया।
kisanhelp परिवार ने सरकार कके इस कदम की सहारना की है तथा इसे किसानों के हित में बताया साथ ही kisanhelp पछले काफी समय से तालाबों एवं पोखरों को खुद्बाने के लिए मांग कर रहे हैं
कुछ स्थानों पर स्वम् ही किसानों की मदद करके तालाबों को बनबाया गया है