मार्च 2017 तक हर किसान के पास होगा मृदा स्वास्थ्य कार्ड
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री राधा मोहन सिंह ने कहा है कि देश में सभी किसानों को अगले साल तक मृदा स्वास्थ्य कार्ड मुहैया करा दिया जाएगा।
कृषि मंत्री ने कहा कि यूरिया और कीटनाशकों के ज्यादा इस्तेमाल के चलते ज़मीन का स्वास्थ्य बिगड़ गया है। इसके निदान के लिए सरकार ने मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना शुरू की है।
उन्होंने बताया कि इस योजना में राज्यों का सहयोग मिल रहा है और मिट्टी की जांच की प्रक्रिया चल रही है। उन्होंने कहा कि पहले देश भर के किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड तीन साल में उपलब्ध कराने का लक्ष्य तय किया गया था लेकिन बाद में इस लक्ष्य को घटा कर दो साल कर दिया गया।
उन्होंने बताया कि मार्च 2017 तक देश के सभी किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड उपलब्ध करा दिए जाएंगे और हर दो साल के बाद इनका नवीनीकरण होगा। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इससे किसानों की आदमनी बढ़ाने में मदद मिलेगी और खेती की लागत घटेगी।
सरकार ने इस योजना को साल 2014-15 में घोषित किया था ताकि 14 करोड़ किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड दिया जा सके। मंत्री ने कहा कि वर्ष 2016-17 में 360 अतिरिक्त मृदा परीक्षण प्रयोगशालाओं को परिचालन में लाया जायेगा जो प्रमुख और सूक्ष्म पोषकों की जांच करेंगी। उन्होंने कहा कि यह प्रदेश प्रयोगशालाओं की वार्षिक विश्लेषण क्षमता को 1.78 करोड़ से बढ़ाकर 2.14 करोड़ कर देगा।