राष्ट्रीय कृषि मेला 26 से 28 तक
26 से 28 दिसंबर तक तीन दिवसीय 'राष्ट्रीय कृषि मेला छत्तीसगढ़ 2015' का आयोजन रायपुर के नजदीक जोरा गांव में किया जाएगा। राज्य शासन के कृषि विभाग द्वारा भारतीय उद्योग परिसंघ और इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के सहयोग से आयोजित इस मेले के लिए व्यापक तैयारी शुरू हो गई है। कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने सोमवार को मेले से जुड़े विभागों और संस्थाओं के अधिकारियों और प्रतिनिधियों की बैठक लेकर मेले की तैयारियों की समीक्षा की। छत्तीसगढ़ राज्य कृषि एवं बीज विकास निगम के अध्यक्ष श्याम बैस भी बैठक में उपस्थित थे। कृषि मंत्री श्री अग्रवाल ने बैठक में कहा कि यह मेला छत्तीसगढ़ किसानों के लिए खेती-किसानी में नवाचार करने प्रेरणादायक बनेगा।
मेले में लगेगी किसानों की पाठशाला
राष्ट्रीय कृषि मेला छत्तीसगढ़ में किसानों को विशेषज्ञों तथा प्रगतिशील किसानों से प्रशिक्षण दिलाने के लिए कृषक पाठशाला लगायी जाएगी। पाठशाला में किसानों को देश-प्रदेश के विशेषज्ञों द्वारा कृषि, पशु पालन, मछली पालन, उद्यानिकी और जैविक खेती के गुर सिखाए जाएंगे। किसानों को इन क्षेत्रों के तकनीकी और व्यवहारिक तकनीकी और व्यवहारिक पहलुओं के बारे में भी सरल ढंग से समझाने के प्रबंध किए जाएंगे। मेले के दौरान तीनों दिन किसानों को प्रशिक्षण देने की व्यवस्था की जाएगी।
साभार नई दुनिया जागरण