नोटबंदी पर किसानों को बड़ी राहत, निकाल सकेंगे ज्यादा रुपए
सरकार ने खेती-किसानी के क्षेत्र में नकदी की समस्या को देखते हुए गुरुवार को किसानों और छोटे व्यापारियों को बैंकों से नकदी निकालने में कुछ राहत दी है। किसान और छोटे व्यापारी अब बैंकों से सप्ताह में 50,000 रुपए तक की नकदी निकाल सकेंगे।
नोटबंदी के बीच मची अफरातफरी के बीच गुरुवार को सरकार ने किसानों को बड़ी राहत दे दी है। इकोनॉमिक अफेयर्स सेक्रेटरी शक्तिकांत दास ने बताया कि किसान बैंक से एक हफ्ते में 25,000 रुपये निकाल सकते हैं, लेकिन यह राशि किसान की ओर से फसल के लिए पहले से लिए गए लोन में से होनी चाहिए। वहीं, शादी वाले घरों के लिए सरकार ने नगद राशि निकासी की सीमा का बढ़ा दिया है। जिन घरों में शादी है वे लोग किसी एक एकाउंट से ढ़ाई लाख रुपये तक निकाल सकते हैं।
दास ने यहां कहा कि सरकार के इस कदम से रबी मौसम के दौरान फसल बुवाई में सुविधा होगी। किसानों को उर्वरक, बीज और दूसरा जरूरी सामान खरीदने के लिए उपयुक्त मात्रा में नकदी उपलब्ध होगी।
इसके साथ ही सरकार ने किसानों को फसल बीमा प्रीमियम का भुगतान करने की समयसीमा को 15 दिन बढ़ा दिया है। कृषि उत्पादन विपणन समिति (एपीएमसी) पंजीकृत व्यापारी अब सप्ताह में 50,000 रुपए तक की निकासी कर सकेंगे शक्तिकांत दास ने कहा कि ये खाते संबंधित किसान के नाम पर होने चाहिए और सभी खाते अपने 'ग्राहक को जानो' यानी केवाईसी नियमों के अनुरूप होने चाहिए।
इसी तरह कृषि उत्पादन विपणन समिति (एपीएमसी) में पंजीकृत व्यापारियों को कर्मचारियों के वेतन भुगतान और दूसरे खर्चों को पूरा करने के लिए 50,000 रुपए प्रति सप्ताह तक निकासी की अनुमति होगी। दास ने कहा कि इससे खरीदारी की प्रक्रिया आसानी से पूरी होगी और किसान बिना किसी परेशानी के अपने उत्पाद बेच सकेंगे।
शक्तिकांत दास ने कहीं ये बड़ी बातें भी:
शक्तिकांत दास ने यह भी कहा कि लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि आरबीआई के पास पर्याप्त नकदी है और नकदी की कोई समस्या नहीं है।
सरकार ने सभी एटीएम को नए नोट के हिसाब से ढ़ालने के लिए एक टॉस्क फोर्स का गठन किया है। दास ने यह जानकारी दी कि यह काम जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा और सभी एटीएम मशीनों से नए नोट निकलने लगेंगे।
एग्रीकल्चरल प्रोड्यूस मार्केट कमिटी (एपीएमसी) के अंतर्गत पंजीकृत ट्रेडर्स 50,000 रुपए निकाल सकते हैं। हालांकि इन ट्रेडर्स को केवाईसी की प्रक्रिया से गुजरना होगा।
सी ग्रुप तक के केंद्रीय कर्मचारी अपनी तनख्वाह 10,000 रुपए तक एडवांस में निकाल सकते हैं। उनकी यह निकासी नवंबर महीने की तनख्वाह में एडजस्ट कर ली जाएगी।
किसानों को एक और बड़ी राहत देते हुए सरकार ने फसल बीमा की किश्त जमा करने की अंतिम अवधि को 15 दिन के लिए बढ़ा दिया है। इसका मतलब यह हुआ कि फसल बीमा के प्रीमियम की अंतिम तिथि खत्म होने के 15 दिन बाद भी किसान किश्त जमा कर पाएंगे।
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