कोरोना वीर धर्मेंद्र सिंह लाठर जिन्होंने 225 क्विंटल गेहूं सरकार को दान दिया
उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर के किसान ने मिसाल पेश की है। उन्होंने अपने खेत में पैदा हुए 225 क्विंटल गेहूं को लॉकडाउन में जरूरतमंदों को बांटने के लिए जिला प्रशासन को दान कर दिया। जिला प्रशासन ने गेहूं की तौल करा कर रखवा लिया है। अब इस गेहूं को पिसवा कर आटा जरूरतमंदों को वितरित किया जाएगा। यह भी संभव है कि इस गेहूं को बेच कर जिला प्रशासन जरूरतमंदों के लिए अन्य वस्तुएं भी खरीद ले।
गुजरात के वड़ोदरा निवासी धर्मेंद्र सिंह लाठर ने अक्टूबर 2019 में शाहजहांपुर के तिलहर तहसील के निगोही ब्लाक के गुलड़िया चकझाऊ गांव में 12.25 एकड़ कृषि योग्य जमीन खरीदी थी। पहली बार इस जमीन पर गेहूं की फसल उगाई गई। इस वक्त कोरोना संकट में लॉकडाउन चल रहा है। ऐसे में बेहद जरूरतमंद परिवारों की मदद के लिए धर्मेंद्र सिंह लाठर ने अपने खेत में पैदा हुआ सवा दो सौ क्विंटल गेहूं जिला प्रशासन को दान कर दिया।
लाठर का गेहूं लेकर रोजा मंडी पहुंचे सुरेंद्र सिंह ने बताया कि इस समय हमारा देश कोविड-19 जैसी महामारी से जूझ रहा है। देश का हर जिम्मेदार नागरिक देश की सेवा करने में लगा हुआ है। हमारे देश मे कोई भी भूखा न रहे इसलिए उन्होंने जरूरतमंदों के लिए अपनी पूरी फसल (लगभग सवा दो सौ कुंटल गेहूं) दान कर दी।
एसडीएम सदर सुरेंद्र कुमार ने बताया कि किसान ने जो गेहूं दान किया है उसको रोजा मंडी में तौलवा दिया गया है। यह 225 कुंटल गेहूं है। इसे जरूरतमंदों की मदद के लिए प्रशासन को दिया गया है। उन्होंने कहा कि जरूरतमंदों के लिए किसान ने जो कदम उठाया है वह सराहनीय है। गेहूं को मंडी में रखा दिया गया है। डीएम के निर्देश पर जरूरतमंदों को इस गेहूं से मदद दी जाएगी।
साभार हिंदुस्तान