डाकघर व कृषि विज्ञान केंद्र के रास्ते बीज क्रांति की तैयारी
पूसा स्थित भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिक देशभर में फैले डाकघर और कृषि विज्ञान केंद्र के नेटवर्क का इस्तेमाल कर बीज क्रांति लाने की तैयारी में जुटे हैं। योजना के तहत किसानों को उन्नत प्रजाति के बीजों के उत्पादन का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके लिए पूसा संस्थान की ओर से व्यापक मॉडल तैयार किया गया है। परियोजना के लिए पूसा संस्थान की ओर से उत्तर प्रदेश के सीतापुर, बिहार के बक्सर, मध्य प्रदेश के शिवपुर तथा राजस्थान के सिरोही के डाकघरों का चयन किया गया है।
वैज्ञानिकों का कहना है कि उन्नत प्रजाति के बीज का इस्तेमाल कर पैदावार में 10 से 15 फीसद वृद्धि की जा सकती है। अधिकांश किसानों को एक तो उन्नत प्रजाति के बीजों की जानकारी नहीं मिल पाती है और यदि जानकारी होती भी है तो बीज का इंतजाम करना बड़ी चुनौती होती है। वैज्ञानिकों के मुताबिक यह समस्या दो स्तर पर है। उन्नत बीजों की जानकारी नहीं मिल पाना कृषि तकनीक के प्रसार कार्य की कमी को दर्शाता है, वहीं बीज का नहीं मिलना बाजार से जुड़ी समस्या है। इसके मद्देनजर ध्यान में रखते हुए पूसा संस्थान ने एक मॉडल तैयार किया है। इस मॉडल में डाकघर को एक बार किसी उन्नत बीज का पैकेट भेजा जाएगा। इस बीज से दोबारा बीज उत्पादन का कार्य वहां के किसान क्षेत्रीय कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों के सहयोग से करेंगे।
साभार;- नई दुनिया