सब्जियां

अगस्त माह में बागवानी के महत्वपूर्ण कार्य

अगस्त का महीना बागवानी फसलों के लिए सबसे महत्वपूर्ण होता है। आम, अमरूद कटहल, लीची, बेल, नींबू, आंवला आदि के पौधों का रोपण करें।
नव रोपित फलों के पौधों मैं कलम के नीचे से कल्ले नियमित रूप से तोड़ते रहे।
नव रोपित पौधों में दीमक के प्रकोप के बचाव हेतु क्लोरो पायरी फॉस 3 मिलीलीटर 1 लीटर पानी में घोल बनाकर थाँवले में प्रयोग करें।
पौधों को जंगली पशुओं से बचाने के लिए पौधों को भरा या पुआल से ढक दें अथवा छप्पर बना दे।

ककोड़ा की खेती

ककोड़ा या कर्कोट एक सब्जी है। इसका फल छोटे करेले से मिलता-जुलता होता है जिसपर छोटे-छोटे कांटेदार रेशे होते हैं। राजस्थान में इसे किंकोड़ा भी कहते हैं |इस सब्जी में प्रोटीन प्रचुर मात्रा में होने के साथ-साथ ये काफी स्वादिष्ट भी बताया जाता है। यह सब्जी से कैंसर और हार्ट अटैक जैसी घातक बीमारियां भी काफी हद तक कम हो जाती हैं।
ककोड़ा की सब्जी पौष्टिक गुणों से मालामाल होता है। ककोड़ा के हरे रंग वाले फलों की सब्जी बनाई जाती है, जिसमें 9-10 कड़े बीज होते हैं।
जलवायु

बैंगन की व्यावसायिक खेती

भारत में उगाई जाने वाली सब्जियों में बैगन एक प्रमुख सब्जी है।इस क्षेत्र से बैंगन पंजाब, हरियाणा, पश्चिम उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान आदि जैसे सुदूर क्षेत्रों को बिक्री हेतु भेजा जाता है। जनपद बरेली में ही बैंगन की खेती के अंतर्गत लगभग 2300 हेक्टेयर क्षेत्र है। कुछ वर्षों पहले बैगन को केवल गरीबों की सब्जी माना जाता था। लेकिन अब बैंगन के विभिन्न व्यंजन बऩने लगे हैं व इसके विभिन्न रंगों के फलों वाली प्रजातियां उपलब्ध होने के कारण, बाजार में बैंगन की मांग बहुत बढ़ गई है। बैगन हमारे मुख्य भोजन के रूप में होटलों रेस्टोरेंटो, ढाबों व विभिन्न शादी-ब्याह, पार्टी आदि में बैगन का भरता,

फूलगोभी की व्यावसायिक खेती

किसान साथियों फूलगोभी इस क्षेत्र की प्रमुख सब्जी की फसल है । सामान्य रूप से किसान इसे जाड़े में उगाते हैं। लेकिन फूलगोभी की अनेकों प्रजातियां बाजार में उपलब्ध है, जिनका आवश्यकतानुसार चयन करके, वर्षभर फूलगोभी उगा सकते हैं। फूलगोभी उगाने से निम्न लाभ है । फूलगोभी बहुत कम समय अर्थात 80 से 85 दिन में तैयार होने वाली एक सब्जी फसल है ।

Pages