सब्जियां

कोल फसलों की उत्पादन तकनीक

 

कोल फसलों की उत्पादन तकनीक

जलवायुः

गोभीः गोभी को सर्दियों के दौरान उगाया जाता है और 15 सेल्सियस के इष्टतम औसत तापमान की आवश्यकता होती है, औसत 24 सेल्सियस और न्यूनतम 4 या 5 सेल्सियस होता है। ये फसले अति ठण्ड को सहन कर सकती है और तापमान को शून्य से 3 सेल्सियस तक कम भी हो तो सहन कर सकती है। देश के गर्म क्षेत्रों में कुछ उष्णकटिबंधीय प्रकार पूरे वर्ष उगाए जा सकते हैं।

फूलगोभी :

बेहतर उपज के लिए फरवरी माह में कृषि एवं बागवानी कार्यों को करें

बसंत कालीन के समय में कृषि और बागबानी कार्य करने के लिए क्या क्या करना चाहिए यह किसानों को जानकारी होना अति आवश्यक है ,किसान भाई समय के अनुसार अपनी फसलों की देखवल कर सकते हैं 

सब्जियों की खेती

- आलू और टमाटर की फसल को झुलसा रोग से बचाने के लिए मैंकोजेब 1.0 किग्रा 75 प्रतिशत हेक्टेयर 500 लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करें.

सदाबहार धनिया उपजायें

जलवायु एवं भूमि – धनिया की खेती शीतोष्ण एवं उपोष्ण दोनों प्रकार की जलवायु में की जाती है। बसंत ऋतु में पाला पडऩे से पौधों को क्षति होने की संभावना रहती है। इसका अंकुरण होने के लिए 20 डिग्री से.ग्रे. तापमान की आवश्यकता होती है। धनिया की खेती के लिए दोमट मृदा सर्वोत्तम होती है। ऐसी भूमि जिसमें कार्बनिक पदार्थ की मात्रा ज्यादा हो एवं जल निकास की भी उचित व्यवस्था हो, इसकी खेती के लिए उचित होती है। इसकी खेती के लिए भूमि का पी.एच. मान 6.5-8 के बीच होना चाहिए, क्योंकि ज्यादा अम्लीय एवं लवणीय मृदा इसकी खेती के लिए उपयुक्त नहीं होती है।

माह वार करें सब्जियों की खेती

संबंधित महीनों में उगाई जाने वाली सब्जियों का विवरण निम्‍नानुसार है :
माह फसलें
जनवरी
राजमा, शिमला मिर्च, मूली, पालक, बैंगन, चप्‍पन कद्दू
फरवरी
राजमा, शिमला मिर्च, खीरा-ककड़ी, लोबिया, करेला, लौकी, तुरई, पेठा, खरबूजा, तरबूज, पालक, फूलगोभी, बैंगन, भिण्‍डी, अरबी, एस्‍पेरेगस, ग्‍वार
मार्च
ग्‍वार, खीरा-ककड़ी, लोबिया, करेला, लौकी, तुरई, पेठा, खरबूजा, तरबूज, पालक, भिण्‍डी, अरबी
अप्रैल
चौलाई, मूली
मई 
फूलगोभी, बैंगन, प्‍याज, मूली, मिर्च

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