रबी की फसल की बुबाई के समय रखें सावधानियाँ

रबी की फसल की बुबाई के समय रखें सावधानियाँ

इन फसलों की बोआई के समय कम तापमान तथा पकते समय शुष्क और गर्म वातावरण की आवश्यकता होती हैं। ये फसलें सामान्यतः अक्टूबर-नवम्बर के महिनों में बोई जाती हैं। रबी में सिंचाई के लिए हमें नलकूप तालाब कुवे और भूमिगत जल संसाधनों पर आश्रित रहना पड़ता हैं । इस बार रबी के मौसम में  सूखे की संभावना बहुत हैं इस लिए किसान भाई अपनी खेती की कार्य योजना बहुत सोच समझ के बना नी हैं ।
फसल के अच्छे उत्पादन के लिए इस प्रकार योजना बनाये

  1.  गेहूँ जैसी फसल उसी जगह बोये जहाँ आपके पास पर्याप्त पानी उपलब्ध हो अन्यथा आप तिलहन जैसी फसल का चुनाव करे  जेसे की :- मसूर , सरसों, असोबगुल ,चना, मटर आदि
  2.  अपने खेतों में जैविक गोबर खाद को ज्यादा से ज्यादा महत्व दे क्यों की ये खेती की मिट्टी में जैविक और पौष्टिक तत्व को विकसित करती हैं
  3.  यदि आपके पास पानी पर्याप्त हैं तो पहले खेत को गिला कर के फिर जुताई कर के बुआई करे ताकि निंदाई खुदाई के पैसे आपके बच सके
  4.  गेहूँ जैसी फसल में यदि पिछले साल की सोयाबीन या फिर अन्य फसल उगती हैं तो उन्हें आप दवाई के छिड़काव कर के नष्ट कर दे ।
  5.  दोस्तों इस बार आप फसल चक्रण पर भी विशेष ध्यान दे । कम से कम 3 वर्ष के अंतराल जरूर रखे ।