सिंचाई के साधन वाले किसान नवम्बर का करें इंतजार

सिंचाई के साधन वाले किसान नवम्बर का करें इंतजार

सिंचित क्षेत्र के किसान थोड़ा इंतजार करते हुए गेहूं की बुआई नवम्बर व दिसबंर माह तक करें, क्योंकि उचित समय पर बुआई करने से उत्पादन तो अधिक होता ही है। साथ ही फसल पर रोग व कीटों का प्रकोप कम होता है।

वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डॉ. राजीव उमठ बताते हैं कि प्रदेश में गेहूं रबी की प्रमुख फसल है परंतु इसका औसत प्रति हेक्टेयर उत्पादन विगत वर्षों में अन्य वर्षों की तुलना में काफी कम है। यदि उन्नत बीज समय से सिंचाई, खाद एवं उर्वरक का संतुलित उपयोग वैज्ञानिक विधि से किया जाए तो गेहूं की पैदावार 40-50 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक आसानी से प्राप्त किया जा सकता है।

अक्टूबर के दूसरे पखवारे से शुरू करें गेहूँ की बुआई

गेहूँ की बुआई

खराब मॉनसून के चलते जो फसलें खेतों में खराब हो चुकी हैं, उनके नुकसान की भरपाई के लिए बहुत ज़रूरी है कि किसान तुरंत अगली फसल की तैयारी में जुट जाएं, जो फसल खेतों में है उसकी कीटों व रोगों से रक्षा करें साथ ही साथ, इस बात का भी ध्यान रखें की अगले रबी के मौसम में कौन सी फसलें लगानी हैं, उनकी तैयारी शुरू कर दें। उत्तर प्रदेश कृषि अनुसंधान परिषद (उपकार) ने तमाम मौसम व कृषि वैज्ञानिकों की बैठक कराकर, किसानों के लिए कृषि सुझाव जारी किए हैं, जो इस प्रकार हैं :

गेहूँ बुआई की शुरू करें तैयारी

खाने-पीने की चीजों में मिले 12.5 फीसदी खतरनाक कीटनाशक के अंश

खाने-पीने की चीजों  खतरनाक कीटनाशक

देशभर के विभिन्न खुदरा दुकानों और थोक मंडियों से ली गई सब्जियों, फलों, दूध और खाने-पीने की अन्य चीजों में अवैध कीटनाशक के अवशेष पाए गए हैं जो स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक हैं। ऑर्गेनिक आउटलेट्स से लिए गए नमूनों में भी कीटनाशकों की मौजूदगी पाई गई।

राष्ट्रीय स्तर पर एकत्र किए गए 20,618 नमूनों में से 12.50 प्रतिशत में कीटनाशकों के अवशेष मिले। ये नमूने कीटनाशक अवशेषों की निगरानी के लिए साल 2005 में शुरू की गई योजना के तहत लिए गए।

थाली में खतरनाक जहर

थाली में खतरनाक जहर

अपनी प्लेट में रखे ताजा फल और टोकरी में रखी चमकदार सब्जियों को देखकर आप ये न सोचें कि इसे खाकर आपकी सेहत बेहतर रहने वाली है. इस बात की आशंका बहुत ज्यादा है कि उन फलों और सब्जियों पर खतरनाक केमिकल लगे हों, जिसे आप अनचाहे में आहार के साथ निगलने वाले हों.

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