किसान

कृषि खेती और वानिकी के माध्यम से खाद्य और अन्य सामान के उत्पादन से सम्बंधित है। कृषि एक मुख्य विकास था, जो सभ्यताओं के उदय का कारण बना, इसमें पालतू जानवरों का पालन किया गया और पौधों (फसलों) को उगाया गया, जिससे अतिरिक्त खाद्य का उत्पादन हुआ। इसने अधिक घनी आबादी और स्तरीकृत समाज के विकास को सक्षम बनाया। कषि का अध्ययन कृषि विज्ञान के रूप में जाना जाता है जो लोग कृषि के कार्य को करके अपनी जीविका उपार्जन करते है उन्हें किसान कहते है 
किसानो को निम्न बिन्दुओ से भी जाना जा सकता है 

1. जो फसलें उगाते हैं।

2. कृषक (farmer)

3. खेतिहर – खेती करने वाला।

4. जो खेत और फसल में अपना योगदान देते हैं।

5. जिनके पास स्वयं के खेत है और दूसरे कामगारों से काम करवाते हैं, किसान हैं।

6. किसान खेतों में पसीना बहाकर अन्न उपजाते हैं

घास व कृषि अवशेषों से बनाया जाएगा प्लास्टिक

घास व कृषि अवशेषों से बनाया जाएगा प्लास्टिक

अमेरिका में स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने कार्बन डायऍाक्साइड और घास, पौधों व कृषि अवशेषों से पुनः प्रयोग किया जा सकने वाला (रिन्युएबल)प्लास्टिक बनाने की विधि खोजने में कामयाबी हासिल की है।

यूनिवर्सिटी के रसायन शास्त्र के प्रोफेसर मैथ्यू कानन ने कहा कि हमारा लक्ष्य पेट्रोलियम पदार्थों से बनने वाले प्लास्टिक का विकल्प ढूंढ़ना है। जर्नल नेचर में प्रकाशित शोध में पोलिथिलीन फ्‌यूरांडिकार्बोक्सीलेट (पीईएफ) को पोलिथिलीन टेरीफ्‌थालेट (पीईटी) का बेहतर विकल्प बताया गया है।

कृषि विभाग विल्वा द्वारा आयोजित दो दिवसीय कृषि ज्ञान संगोष्ठी का समापन

कृषि विभाग विल्वा द्वारा आयोजित दो दिवसीय कृषि ज्ञान संगोष्ठी

कृषि विभाग द्वारा आयोजित आज दिनांक 10 /03/ 2016 दो दिवसीय कृषि ज्ञान संगोष्ठी का समापन  हुआ इस संगोष्ठी में कई विभागों के कृषि वैज्ञानिकों ने तथा 200 ज्यादा किसान भाइयों ने भाग लिया संगोष्ठी के  दुसरे दिन कार्यक्रम का संचालन डी.डी.शोध एवं कृषि वैज्ञानिक  श्री ए. के. अग्रवाल की दिशा निर्देशन में किया गया 

कृषि विभाग विल्वा द्वारा दो दिवसीय कृषि ज्ञान संगोष्ठी का आयोंजन

कृषि विभाग विल्वा द्वारा दो दिवसीय कृषि ज्ञान संगोष्ठी का आयोंजन

कृषि विभाग द्वारा आयोजित आज दिनांक 9 /03/ 2016 दो दिवसीय कृषि ज्ञान संगोष्ठी का प्रारम्भ हुआ इस संगोष्ठी में कई विभागों के कृषि वैज्ञानिकों ने तथा 200 ज्यादा किसान भाइयों ने भाग लिया संगोष्ठी के प्रारम्भ में  कृषि वैज्ञानिक  डॉ.पी. एन. राम  गुप्ता जी ने अपने भाषण में जैव खाद और जैव कीट नाशक की विस्तार से जानकारी दी उन्होंने जैविक खेती में नीम की उपयोगिता तथा उसके प्रयोग एवं प्रयोग करने की बिभिन्न प्रकार की जानकारियां प्रदान की

दलीय प्रतिबद्धता से उठकर एक प्रयास 'अन्नदाता' के लिए...

दलीय प्रतिबद्धता से उठकर एक प्रयास 'अन्नदाता' के लिए...

 राष्ट्रीय किसान सभा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक गांधी शांति प्रतिष्ठान, नई दिल्ली में सम्पन्न हुई। जिसमें "कृषि और किसान" विषय पर गोष्ठी हुई और प्रस्ताव पास किया गया।

कार्यकारिणी ने अपने प्रस्ताव में कृषि के लिए अलग से कृषि बजट बनाने, कृषि आयोग गठन करने, किसानों को कृषि कार्य के लिए १ वर्ष के लिए 0% ब्याज पर कृषि ॠण उपलब्ध कराने, ६० वर्ष से ऊपर आयु के किसानों को पेन्शन देने, कृषि का लाभकारी मूल्य देने, तथा फूड प्रोसेसिंग यूनिट ब्लॉक लेवल पर स्थापित करने, कृषि उत्पादन का भण्डारण के लिए ब्लॉक लेवल पर भण्डारण ग्रह बनाने सम्बन्धी मांग की है।

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