उन्नतिशील प्रजातियां ही उत्कृष्ट खेती का आधार
गन्ना शोध परिषद के निदेशक डॉ. बीएल शर्मा ने मध्य प्रदेश से आई टीम को ‘मुख्यमंत्री खेत दर्शन’ योजना के तहत तमाम जानकारियां दीं। बताया कि उन्नतशील प्रजातियां ही उत्कृष्ट खेती का आधार होती हैं। इसलिए स्वीकृत प्रजातियाें की बुवाई करना चाहिए। साथ ही प्रमाणिक पौधशालाओं से बीज लेना चाहिए। इसके लिए उन्होंने मृदा का हेल्थ कार्ड बनवाने के बारे में भी बताया। कहा कि इससे मृदा प्रदूषण कम होने के साथ ही उत्पादन लागत में भी कमी आएगी। बताया कि किसान खेत की मिट्टी संस्थान लेकर आएं। इससे उनके खेत का हेल्थ कार्ड बन जाएगा।
डॉ. शर्मा ने कहा कि गेहूं और धान की कटाई के बाद किसान खेत में आग न लगाएं। इसके लिए 10-10 किलोग्राम ट्राईकोगामा फंगस और यूरिया का छिड़काव करें। इसके बाद खेत को तैयार करने से कार्बनिक पदार्थ बढ़ जाते हैं।
अमर उजाला