किसान
कृषि खेती और वानिकी के माध्यम से खाद्य और अन्य सामान के उत्पादन से सम्बंधित है। कृषि एक मुख्य विकास था, जो सभ्यताओं के उदय का कारण बना, इसमें पालतू जानवरों का पालन किया गया और पौधों (फसलों) को उगाया गया, जिससे अतिरिक्त खाद्य का उत्पादन हुआ। इसने अधिक घनी आबादी और स्तरीकृत समाज के विकास को सक्षम बनाया। कषि का अध्ययन कृषि विज्ञान के रूप में जाना जाता है जो लोग कृषि के कार्य को करके अपनी जीविका उपार्जन करते है उन्हें किसान कहते है
किसानो को निम्न बिन्दुओ से भी जाना जा सकता है
1. जो फसलें उगाते हैं।
2. कृषक (farmer)
3. खेतिहर – खेती करने वाला।
4. जो खेत और फसल में अपना योगदान देते हैं।
5. जिनके पास स्वयं के खेत है और दूसरे कामगारों से काम करवाते हैं, किसान हैं।
6. किसान खेतों में पसीना बहाकर अन्न उपजाते हैं
राजस्थान में तीन साल में दुगुनी हो गई आर्गेनिक फार्मिंग :कृषि मंत्रालय
Submitted by Aksh on 8 August, 2016 - 19:09पेस्टीसाइड और केमिकल्स के खाद्यान्न उत्पादन में बढ़ते उपयोग के बीच प्रदेश के लिए एक अच्छी खबर है। बड़ी तादात में हमारे किसानों ने फसलों में रसायनिक खाद और केमिकल का उपयोग करना बंद कर दिया है। ऑर्गेनिक फार्मिंग बहुत तेजी से बढ़ रही है। राजस्थान में वर्ष 2015-16 में 1,55020 हैक्टेयर क्षेत्र में जैविक खेती की गई। इसमें 58,534 मैट्रिक टन जैविक उत्पादन हासिल किया गया।
पशु खरीदी पर अनुदान देने वाला छत्तीसगढ़ पहला राज्य
Submitted by Aksh on 7 August, 2016 - 11:00छत्तीसगढ़ राज्य देश का पहला राज्य है, जो 12 लाख का पशु खरीदने पर 6 लाख की सब्सिडी दे रहा है। समय के साथ किसानों को अपनी अतिरिक्त आय बढ़ानी चाहिए। छोटे व मंझोल किसानों की आय दोगुनी करनी है। कृषि क्षेत्र में सरकार अनुदान दे रही है। पशुपालन, उद्यानिकी से जुड़कर अपनी आय बढ़ाए। यह बातें कृषि, पशुपालन, मछली पालन मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने शनिवार को राज्यस्तरीय पशु प्रदर्शनी, कृषक सम्मेलन, पशुपालक सह चरवाहा प्रशिक्षण कार्यक्रम में कही।