खेती करना अब नहीं रहा लाभकारी पेशा: संसदीय समिति
कृषि के हालात के प्रति चिंता जताते हुए संसद की एक समिति ने कहा कि यह क्षेत्र अब लाभप्रद पेशा नहीं रह गया है। समिति ने सरकार से इसे अधिक लाभप्रद बनाने को कहा है। भाजपा के सांसद हुकुमदेव नारायण यादव की अगुवाई वाले कृषि मामले की स्थायी समिति ने कहा कि लघु एवं सीमांत किसानों की हालत दयनीय है और समिति ने सरकार को इस क्षेत्र के लिए वित्तीय आवंटन बढ़ाने का सुझाव दिया है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि इसके अलावा कृषि के पेशे को किसी अन्य पेशे की तरह लाभप्रद बनाने की आवश्यकता है। कृषि क्षेत्र के द्वारा देश की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका अदा किये जाने के बावजूद समिति का मानना है कि अर्थव्यवस्था के इस महत्वपूर्ण अवयव में स्थितियां संतोषजनक नहीं है। इसने कहा है कि देश में अभी भी गरीबों के लिए खाद्य एवं पोषण सुरक्षा को हासिल करना दूर है।
समिति ने कहा कि किसानों विशेषकर लघु एवं सीमांत किसानों की स्थितियां काफी दयनीय हैं। रिपोर्ट में कहा गया कि कृषि लागत के बढ़ने, जलवायु परिवर्तन के प्रकोप और घटते जलस्तर जैसी कई अन्य समस्याआें के रहते यह क्षेत्र लाभप्रद नहीं रह गया है।
साभार पंजाब केसरी