अक्टूवर माह में खेती कार्य
Submitted by Aksh on 12 October, 2016 - 14:20
- आम की गमोसिस तथा एन्थेक्नोज की रोकथाम हेतु 2.5 वाम ब्लाइटाक्स 50 लीटर पानी में घोलकर छिडकाव करें ।
- जो नये रोपित पौधे मर गये हैं, उनके स्थान पर दूसरा पौध लगायें ।
- आम में सिचंाई रोक दें ।
- इथरेल का छिडकाव करें ।
- गूटी वाले पोधे पृथक कर क्यारियों में लगायें ।
- नींबूवर्गीय में बोर्े पेस्ट लगाना ।
- अंगूर के पौधों की सिचंाई कर कटाई छंटाई करें ।
- संतरों, मौसम्बी तथा ग्रेपफूट में कलिकायन करना ।
- अंगूर की कलम तैयार करें ।मूलवृन्त की शाखाएँ तोडें ।
- शीतकालीन पुष्प लगाएँ।
- गुलाब की छंटाई करें ।
- गमले वाले पौधों में खाद एवं उर्वरक दें ।
- आलू, शलजम, गाजर,मूल, मटर, फ्रेंचवीन, लहसुन, धनियार्ैं की बोनी करें ।
- गोभी, टमाटर, प्याज, टी.पी.एस. आलू की रोपाई करें ।
- अदरक, हल्दी में शूट बोरर नियंत्रण हेतु 0.01 प्र्रतिशत फास्फोमिडान का छिडकाव करें ।
- पत्तियों की धब्बेवाली बीमारी के नियंत्रण हेतु 0.2 प्र्रतिशत इन्डोफिल-45 का छिडकाव करें ।
- मिर्च की फसल की रोपाई हेतु उनसे 400 किलो ग्राम नीमखली या मूंगफली खली जमीन में डालें ।
- 60 किलो नत्रजन, 30 किलो ग्राम स्फुर तथा 50 किलो ग्राम पोटाश डालें ।
- थ्रिप्स , फल छेदक नियंत्रण हेतु 0.025 प्र्रतिशत मेटासिस्टाक्स छिडकें ।
- डाईबेक एवं फल सडन हेतु डाइफालीटान 2 ग्राम/लीटर पानी में घोलकर छिडकाव करें ।
- धनियाँ 15-20 किलो, सौंफ 8-10 किलो ग्राम, मैथी 12-15 किलो ग्राम प्र्रति हेक्टर बीज लगायें ।