रुपे केसीसी :

किसानों की उत्‍पादन ऋण की जरूरतों को समय पर और बिना कोई परेशानी के पूरा करने में किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) एक नवोन्‍मेषी ऋण वितरण तंत्र के रूप में उभर कर सामने आया है. केसीसी के लिए संशोधित दिशानिर्देशों के अनुसार, केसीसी को एक ऐसा स्‍मार्ट कार्ड सह डेबिट कार्ड होना चाहिए जिसका इस्‍तेमाल एटीएमों/ हाथ में पकड़ी जाने वाली स्‍वाइप मशीनों, आदि में किया जा सके.

रुपे, भारतीय राष्‍ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) द्वारा शुरू की गई एक नई कार्ड भुगतान योजना है, जिसकी रूपकल्‍पना, सभी भारतीय बैंकों और भारत की वित्‍तीय संस्‍थाओं को इलेक्‍ट्रॉनिक भुगतानों में भाग लेने योग्‍य बनाने हेतु एक घरेलू, ओपन-लूप, बहुपक्षीय प्रणाली उपलब्ध कराने के भारतीय रिज़र्व बैंक के दृष्टिकोण को पूरा करने के उद्देश्‍य से की गई है.

रुपे ने अपना एक उत्‍पाद रुपे केसीसी की पेशकश की है जिसके अंतर्गत केसीसी और रुपे दोनों के लाभ उपलब्‍ध कराए जाएंगे.

रुपे केसीसी के फायदे :

  1. वीसा और मास्‍टरकार्ड नेटवर्कों के विपरीत, रुपे में किसी भी प्रकार का प्रवेश शुल्‍क नहीं लिया जाता.
  2. रुपे, सिंगल मेसेज और डुअल मेसेजिंग प्रणालियों, दोनों को संभालने में पूरी तरह सक्षम है.
  3. रुपे, एक पिन आधारित उत्‍पाद है अतः यह कुछ अधिक सुरक्षित है.
  4. यह कार्ड संपूर्ण वेब आधारित ढांचा उपलब्‍ध कराता है जिससे कि सदस्‍य बैंकों को अलग से फाइल आधारित इंटरफेस विकसित करने की आवश्‍यकता नहीं पड़ेगी.
  5. रुपे कार्ड, एसएमएस प्‍लैटफॉर्म पर टिप और सरचार्ज प्रो‍सेसिंग को सक्षम बनाने के लिए एड्जेस्‍टमेंट फाइल की प्रोसेसिंग जैसी उन्‍नत सुविधाएं भी उपलब्‍ध करता है.
  6. वर्तमान अंतर्राष्‍ट्रीय योजनाओं की तुलना में प्रशासनिक लागतें और त्रै‍मासिक प्रभार काफी कम हैं.
  7. सामान्‍य केसीसी, केवल एक पहचान-पत्र के रूप में तथा निरंतर लेनदेनों को रिकॉर्ड करने के एक माध्‍यम के रूप में ही कार्य करता है, जबकि रुपे केसीसी वास्‍तव में एक स्‍मार्ट कार्ड है जिसका नजदीकी एटीएम/ पीओएस में नकदी आहरित करने हेतु इस्‍तेमाल किया जा सकता है. इससे खाता चलाने हेतु पैक्‍स अथवा बैंक की शाखा तक जाने की आवश्‍यकता नहीं पड़ेगी.