किसानों की बर्बादी बनकर बरसी की बर्फ, फ‍िर दो दिन बारिश की संभावना

किसानों की बर्बादी बनकर बरसी की बर्फ, फ‍िर दो दिन बारिश की संभावना

अन्नदाताओं की मुसीबत बन गई है बेमौसम बरसात।किसानों की मुसीबतें दिन व दिन बढ़ती जा रहीं हैं, किसानों की फसल40%से ज्यादा तो नष्ट हो चुकी है फिर भी मुसीबत टली नही है।
बिन मौसम बारिश धरतीपुत्रों के लिए आफत बन गई है। उनके अरमानों पर ओलो रूपी बर्फ गई है। हवा के साथ बारिश के चलते गेहूं की फसल जमीन पर बिछने से न केवल पैदावार पर असर पड़ेगा, निचले हिस्से में पानी जमा होने से फसल गलकर बर्बाद हो जाएगी। कृषि वैज्ञानिकों का कहना है कि खेत में ज्यादा पानी भरा है तो किसान उसे निकाल दें। बारिश से सरसों और सब्जियों में भी नुकसान है।
कृषि विज्ञान केंद्र ऊझा के संचालक डॉ. राजबीर गर्ग के मुताबिक हाल में लगभग 75 प्रतिशत गेहूं की फसल में दाना बन रही है। पौधा भारी हो चुका है। बारिश के साथ चलने वाली हवा उसे गिरा देती है। पैदावार पर असर पड़ता है। फसल में पानी जमा होने से वो गलकर पूरी तरह से नष्ट हो जाती है। उसमें पैदावार की कोई गुंजाइश नहीं बचती है। उन्होंने कहा कि सरसों की कुछ फसल पक चुकी है तो कुछ पकने वाली है। बारिश उसके लिए भी अब ठीक नहीं है।
किसान हैल्प के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ आर के सिंह के अनुसार बारिश के साथ आई हवा ने गेहूं की करीब 40 फीसद फसल को झटका देकर जमीन पर बिछा दिया है। फसल के गिरने पर पैदावार में करीब 15 से 25 फीसद की गिरावट आ सकती है।
उन्होंने कहा कि सरकार को किसानों की नष्ट हुई फसल का25000 रुपये प्रति एकड़ मुआबजा देना चाहिए, साथ ही उन्होंने कहा कि यदि सरकार मुआबजा नही देती है तो किसान सड़कों पर उतरेंगे। फसल बीमा के बारे में उन्होंने कहा कि यह बीमा कम्पनियों द्वारा कुछ नहीं मिलेगा यह सरकार का छलावा है।
बरसात रात 11 बजे शुरू हुई जो तड़के तीन बजे तक जारी रही। हालांकि शुक्रवार की सुबह धूप निकली और मौसम साफ हो गया। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार गेहूं की फसल में पानी भर जाने से किसानों को काफी नुकसान हो गया है। किसानों का कहना है कि 50 फीसद तक गेहूं की फसल को नुकसान हो गया है, विभाग की तरफ से गिरदावरी करवाने की आवश्यकता है। यदि किसान समय रहते खेतों से पानी को निकाल लेते हैं तो उनकी फसल का बचाव हो जाएगा। बृहस्पतिवार रात के समय हुई बरसात को 10 एमएम दर्ज की गई है।
13-14 मार्च को हो सकती है बारिश

किसानों की आफत अभी खत्म नहीं हुई है। बुधवार को बारिश के साथ ओलावृष्टि भी हुई थी। बृहस्पतिवार को मौसम साफ रहा। मौसम विभाग की मानें तो 13 मार्च को गरज के साथ हलकी बारिश हो सकती है। 14 मार्च को हवा के साथ बारिश की संभावना है। 15 मार्च से मौसम खुश्क होगा।