Organic Farming

चुकंदर की जैविक खेती

चुकंदर की उपयोगी गुण पोषक तत्वों से समृद्ध है।यह 8-15% चीनी, 1.3-1.8% प्रोटीन, 3-5% कार्बनिक अम्ल, मैग्नीशियम, कैल्शियम, पोटेशियम, फास्फोरस, आयोडीन, आयरन और मैंगनीज की बड़ी मात्रा में, साथ ही विटामिन सी, बी 1, बी 2 में शामिल, पी, पीपी।गरमी चुकंदर पर अन्य सभी भोजन रसीला सब्जियों से बढ़कर है।यह रस, रक्त को शुद्ध करने में मदद करता पेट और जिगर की गतिविधि को बढ़ावा देने।यह प्रति वर्ष औसतन हर व्यक्ति सब्जियों के कम से कम 6 किलो का उपभोग करना चाहिए के लिए अनुमान है।

धान की खेती में नया प्रकोप रेडबर्म एवं उपचार

धान फसल में अब ब्लास्ट रोग के बाद रेडबर्म (कीट) का प्रकोप हो गया है। रेडबर्म के फसल में लगने से पौध सूखकर नष्ट हो रही है। इससे किसानों की चिंता बढ़ गई है। किसान कृषि वैज्ञानिकों की सलाह अनुसार दवाईयां भी खरीदकर छिड़काव कर रहे है,लेकिन इसका असर रोग पर कतई होता नजर नहीं आ रहा है। यह कीट केचुएं के समान होता है जो पौध की जड़ से लगना शुरू होता है। कीट के लगने के बाद पौधे सूखने लगती है और खत्म हो जाती है। किसानों ने धान फसल में लगे इस कीट को मारने के लिए कई तरीके अपनाएं लेकिन, एक भी तरीका सफल नहीं हुआ। 

उपाय

गाजर की उन्नत जैविक खेती

गाजर एक महत्वपूर्ण जड़वाली सब्जी की फ़सल है गाजर की खेती पूरे भारतवर्ष में की जाती है गाजर को कच्चा एवं पकाकर दोनों ही तरह से लोग प्रयोग करते है गाजर में कैरोटीन एवं विटामिन ए पाया जाता है जो कि मनुष्य के शरीर के लिए बहुत ही लाभदायक है नारंगी रंग की गाजर में कैरोटीन की मात्रा अधिक पाई जाती है गाजर की हरी पत्तियो में बहुत ज्यादा पोषक तत्व पाये जाते है जैसे कि प्रोटीन, मिनिरल्स एवं विटामिन्स  आदि जो कि जानवरो को खिलाने पर लाभ पहुचाते है गाजर की हरी पत्तियां मुर्गियों के चारा बनाने में काम आती है गाजर मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश, असाम, कर्नाटक, आंध्रा प्रदेश, पंजाब एवं हरियाणा में उगाई जाती हैI

शकरकंद की जैविक खेती

शकरकंद में स्टार्च अधिक मात्रा में पाया जाता है इसको शीतोष्ण तथा समशीतोष्ण जलवायु वाले स्थानो पर अधिक उगाया जाता हैI यह लगभग पूरे भारतवर्ष में उगाई जाती है भारत उगाने के क्षेत्र में 6वें स्थान पर आता है लेकिन यहां पर इसकी उत्पादकता कम है इसकी खेती सबसे अधिक ओडिशा, बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल एवं महाराष्ट्र में क्रमशः की जाती हैI
जलवायु 

भारत में पान की खेती

  भारत में पान की खेती:- भारत वर्ष में पान की खेती प्राचीन काल से ही की जाती है। अलग-अलग क्षेत्रों में इसे अलग- अलग नामों से पुकारा जाता है। इसे संस्कृत में नागबल्ली, ताम्बूल हिन्दी भाषी क्षेत्रों में पान मराठी में पान/नागुरबेली, गुजराती में पान/नागुरबेली तमिल में बेटटीलई,तेलगू में तमलपाकु, किल्ली, कन्नड़ में विलयादेली और मलयालम में बेटीलई नाम से पुकारा जाता है। देश में पान की खेती करने वाले राज्यों में प्रमुख राज्य निम्न है। 

धान के प्रमुख रोग

1. भूरी चित्ती रोग(Brown Spot)

यह रोग देश के लगभग सभी हिस्सों मे फैली हुई है, खासकर पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, आन्ध्र प्रदेश, तमिलनाडु इत्यादि।  उत्तर बिहार का यह प्रमुख रोग है। यह एक बीजजनित रोग है।

रजनीगंधा एक लाभकरी खेती

रजनीगंधा सुगन्धित फूलों वाला पौधा है। यह पूरे भारत में पाया जाता है। रजनीगंधा का पुष्प फनल के आकार का और सफेद रंग का लगभग 25 मिलीमीटर लम्बा होता है जो सुगन्धित होते हैं।रजनीगन्धा के फूल को कहीं कहीं 'अनजानी', 'सुगंधराज' और उर्दू में गुल-ए-शब्बो' के नाम से पहचाना जाता है. अंगरेजी और जर्मन भाषा में रजनीगन्धा को 'टयूबेरोजा', फ़्रेंच में 'ट्यूबरेयुज' इतालवी और स्पेनिश में 'ट्यूबेरूजा' कहते हैं।रजनीगंधा का फूल अपनी मनमोहक भीनी-भीनी सुगन्ध, अधिक समय तक ताजा रहने तथा दूर तक परिवहन क्षमता के कारण बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान रखता   है ।

संतरा फसल प्रबंधन एवं उत्पादन

भारत मे संतरा मुख्य रुप से महाराष्ट्र  के नागपुर यवतमाल वर्धा बुलढाना एवं विदर्भ को लगके छिन्दवाडा जिले के पांढूरना सौसर तहसील मे संतरे की फसल ली जाती है एवं देष मे पंजाब हरीयाणा राजस्थान मे भी संतरे का उत्पादन लिया जाता है।
संतरे की प्रजातियां 
  मुख्य रुप से हमारे देश मे नागपुरी संतरा तथा किन्नो जाती के संतरे की फसल ली जाती है।
 
 नागपुरी संतरा 
   इसका आकार गोल चमकदार पकने पर नारंगी एवं भरपुर रसदार होता है।

भारत में अनानस की खेती

भारत की वाणिज्यिक महत्वपूर्ण फल फसलों में से एक है । अनानस एक अच्छा विटामिन ए और बी के स्रोत और विटामिन सी और कैल्शियम , मैग्नीशियम, पोटेशियम और लोहे जैसे खनिजों में काफी समृद्ध है। 
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