Organic Farming

तम्बाकू की खेती

 किसान अपने खेतों में इस सीज़न की अहम फ़सलों जैसे- गेहूं, चावल, सरसों, चना, मसूर, मटर,  उड़द, मूंग, ज्वार, बाजरा, रागी, मक्का, जौ, मूंगफली, सूरजमुखी, तिल आदि की बुआई में लगे हुए हैं. इन सब के अलावा रबी सीज़न की एक और फ़सल है जिसका नाम है तम्बाकू (Tobacco). आज हम इसकी खेती के बारे में बात करेंगे.

 तम्बाकू को नशी

ऐसे करें पौधा तैयार-

अजवाइन की खेती

यह धनिया कुल (आबेलीफेरा) की एक महत्वपूर्ण मसाला फसल है। इसका वानस्पतिक नाम टेकिस्पर्मम एम्मी है तथा अंग्रेजी में यह बिशप्स वीड के नाम से जाना जाता है। इसके बीजों में 2.5-4% तक वाष्पशील तेल पाया जाता है।अजवाइन(celery seed )खजीज तत्वों का अच्छा स्रोत हैं। इसमें 8.9% नमी, 15.4% प्रोटीन, 18.1% वसा, 11.9% रेशा, 38.6% कार्बोहाइड्रेट, 7.1% खनिज पदार्थ, 1.42% कैल्शियम एवं 0.30% फास्फोरस होता हैं। प्रति 100 ग्राम अजवाइन से 14. 6मी.ग्रा. लोहा तथा 379 केलोरिज मिलती हैं।

 

शीतलहर व पाले से फसलों को कैसे करे बचाव

शीतकाल में तापमान हिमांक पर या इससे नीचे चला जाता है ऐसी स्थिति में जलवाष्प बिना द्रव रूप में परिवर्तित हुए सीधे ही सूक्ष्म हिमकणों में परिवर्तित हो जाते हैं जिसे पाला कहा जाता हैआने वाले समय में सर्दी का प्रकोप और बढऩे वाला है। मौसम वैज्ञानिकों ने इस बार लंबे समय तक सर्दी का असर होने के साथ ही इसके अधिक पडऩे की संभावना जताई है। इसका असर दिखने भी लगा है। दिन-प्रतिदिन तापमान में कमी आ रही है। सुबह और रात के तापमान में काफी गिरावट दर्ज की जा रही है। विशेषकर उत्तरभारत में सर्दी का प्रकोप कुछ अधिक ही रहता है। इसका प्रभाव इंसानों के साथ ही फसलों पर भी पड़ता है। अधिक सर्दी से फसलों की उत्पादकता प

घर पर भी बनाया जा सकता है कीटों से फसल की सुरक्षा के लिए स्टिकी ट्रैप

फसलों को विभिन्न कीटों से बचाने के लिए किसान कई प्रकार के हानिकारक कीटनाशकों का उपयोग करते हैं। भारत में अधिकांश कीटनाशकों का उपयोग ग्रामीण क्षेत्रों में किया जाता है। यदि कीटनाशकों का प्रयोग नहीं किया जाता है तो किसान की फसल बर्बाद हो जाती है। कीटनाशकों का प्रयोग करते समय हमें इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि फसलों के साथ-साथ इनका हमारे स्वास्थ्य पर भी बहुत बुरा प्रभाव पड़ रहा है। साथ ही कीटनाशकों के प्रयोग का खर्चा भी बढ़ जाता है। एक ओर जहां हम जैविक खेती को बढ़ावा देने की बात करते हैं, वहीं दूसरी ओर अगर समय रहते कीटनाशकों का प्रयोग कम नहीं किया गया तो आने वाले दिनों में इसके कई दुष्प्रभाव द

गोभी वर्गीय सब्जियों के कीट और उनका प्रबंधन

डाइमण्ड बैक मौथकोल फसलों की सफल खेती में होने वाले पतझड़ के लिए जिम्मेदार एक सर्वदेशीय प्रमुख सुंडी है। युवा सुंडी देखने में क्रीमी - हरे रंग की तथा इसके हरे ऊतकों को खाने बे बाद पत्तों पर सफेद धब्बे दिखाई देने लगते हैं । बाद में जबकि, बड़े होकर सुंडी पत्तियों में छेद बना देती है और परिणामस्वरूप फसल में पतझड़ का कारण बनाता है जिससे विशाल नुकसान होता है ।

प्रबंधन

हरे चारे की खेती

पशुओं के भोजन में हरे चारे की एक खास भूमिका होती है। यह दुधारु पशुओं के लिए फायदेमंद भी होता है। हरे चारे के रूप में किसान अनेक फसलों को इस्तेमाल करते हैं, लेकिन कुछ फसलें ऐसी होती हैं, जो लम्बे समय तक नहीं चल पाती हैं, यहाँ कुछ खास फसलों के बारे में जानकारी दी गई है, जो सेहतमंद होने के साथ-साथ लम्बे समय तक हरा चारा मुहैया कराती हैं।

आम के नए बागों की प्रमुख समस्या वानस्पति मालफॉर्मेशन

आम का मालफॉर्मेशन (खराबी) एक कवकजनित रोग है। कुछ वर्ष पहले तक इसकी सही जानकारी उपलब्ध नहीं था। सर्वप्रथम यह रोग दरभंगा, बिहार से रिपोर्ट किया गया था। यह रोग भारतवर्ष में सबसे ज्यादा उत्तर-पश्चिम मे पाया जाता है। मालफॉर्मेशन आम की सबसे महत्वपूर्ण समस्याओं में से एक है और आम की सफल खेती के लिए एक गंभीर खतरा है। यह विकार फूलों और वनस्पति शूटिंग में व्यापक है। मोटे तौर पर दो अलग-अलग प्रकार के लक्षण होते हैं। आम में मुख्यत: दो तरह के मालफोर्मेशन देखने को मिलते है प्रथम वानस्पतिक विकृति (वेजिटेटिव मालफोर्मेशन) और दूसरा पुष्प विकृति (फ्लोरल मालफोर्मेशन) कहलाते है।

आलू की खेती

इसे सब्जियों का राजा कहा जाता है  भारत में शायद ही कोई ऐसा रसोई घर होगा जहाँ पर आलू ना दिखे । इसकी मसालेदार तरकारी, पकौड़ी,  चॉट, पापड चिप्स जैसे स्वादिष्ट पकवानो के अलावा अंकल चिप्स, भुजिया और कुरकुरे भी हर जवां के मन को भा रहे हैं। प्रोटीन, स्टार्च, विटामिन सी और के  अलावा आलू में अमीनो अम्ल जैसे ट्रिप्टोफेन, ल्यूसीन, आइसोल्यूसीन आदि काफी मात्रा में पाये जाते है जो शरीर के विकास के लिए आवश्यक है। आलू भारत की सबसे महत्वफपूर्ण फसल है। तमिलनाडु एवं केरल को छोडकर आलू सारे देश में उगाया जाता है। किसान आज से लगभग 7000 साल पहले से आलू उगा रहे हैं। 

जलवायु 

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